धर्मशाला नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की रणनीति भांप नहीं सकी BJP, सामने आई अंतर्कलह

Edited By Ekta, Updated: 14 Oct, 2018 11:33 AM

bjp can not figure out congress in dharamshala municipal corporation election

स्मार्ट सिटी धर्मशाला में नगर निगम की सरदारी के लिए बीते सप्ताह हुए चुनाव के अप्रत्याशित नतीजों से भड़की सियासी चिंगारी बुझने का नाम नहीं ले रही है। जिला परिषद उपाध्यक्ष का चुनाव हारने के बाद सत्तासीन भाजपा को जिला कांगड़ा में यह दूसरा झटका लगाए...

धर्मशाला (सौरभ): स्मार्ट सिटी धर्मशाला में नगर निगम की सरदारी के लिए बीते सप्ताह हुए चुनाव के अप्रत्याशित नतीजों से भड़की सियासी चिंगारी बुझने का नाम नहीं ले रही है। जिला परिषद उपाध्यक्ष का चुनाव हारने के बाद सत्तासीन भाजपा को जिला कांगड़ा में यह दूसरा झटका लगाए जिससे पार्टी की अंतर्कलह फिर सामने आ गई है। यह तो पहले ही तय था कि 17 पार्षदों वाली नगर निगम में 14 पार्षदों के बहुमत के बल पर कांग्रेस मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में आसानी से जीत दर्ज कर लेगी लेकिन सियासत की शतरंज में इस बार मोहरे ऐसे बदले जिसने पूरी बाजी ही पलट कर रख दी। 

कांग्रेस के पार्षदों ने सुनियोजित तरीके से भाजपा के पार्षद ओंकार नैहरिया को डिप्टी मेयर बनाकर भाजपा को ही झटका दे डाला लेकिन भाजपा अंतिम समय तक कांग्रेस की इस रणनीति को भांप नहीं सकी। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस काफी समय से धर्मशाला में भाजपा के गद्दी वोट बैंक में सेंध लगाने की रणनीति बना रही थी क्योंकि पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा बीते विधानसभा चुनाव में गद्दी समुदाय की नाराजगी झेल चुके हैं। इसी के चलते पूर्व मंत्री ने यह पूरी सियासी कूटनीति बनाई। सूत्रों की मानें तो सुधीर की इस सियासी कूटनीति में भाजपा के एक मंत्री ने पूरा साथ दिया।

धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के भागसूनाग, फरसेटगंज, खनियारा व बड़ोल आदि इलाकों में गद्दी समुदाय के लोग काफी तादाद में रहते हैं। हलके के कुल वोटरों में करीब 25 फीसदी संख्या गद्दी समुदाय के लोगों की है। पिछले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा टिकट के दावेदार रहे ओंकार नेहरिया ने हाईकमान के कहने पर अपनी दावेदारी वापस ले ली थी लेकिन सरकार बनने के बाद से नेहरिया हाशिये पर चल रहे थे। ऐसे में गद्दी समुदाय से संबंधित पार्षद नेहरिया पर कांग्रेस ने डोरे डालने शुरू कर दिए और उन्हें डिप्टी मेयर बनाकर एक तीर से दो निशाने साध लिए। पार्टी इससे पहले शहरी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर गद्दी समुदाय के राजेश कपूर को आसीन कर चुकी है। हालांकि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका कितना लाभ मिलता है यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। 

भाजपा छोड़ने का सवाल ही नहीं: नैहरिया
डिप्टी मेयर ओंकार नैहरिया ने कहा कि उनकी पूरी पीढ़ी भाजपा में रही है। भाजपा छोड़ने का सवाल ही नहीं है। मंत्री किशन कपूर ने मुझे डिप्टी मेयर न बनाने के लिए हर हथकंडे अपनाए, जिसका पूरे प्रमाण सहित खुलासा हाईकमान के सामने जल्द करूंगा। यदि पार्टी से मुझे बाहर किया गया तो फिर सभी विकल्प खुले हैं।

नैहरिया पर कार्रवाई को लेकर पसोपेश में भाजपा
धर्मशाला भाजपा मंडल द्वारा निष्कासित करने के प्रस्ताव के बाद अपनी ही पार्टी में बेगाने हुए ओंकार नैहरिया ने स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री किशन कपूर के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोल रखा है लेकिन पार्टी आलाकमान अभी नैहरिया के खिलाफ एक्शन लेने के मसले पर पसोपेश में है। उधर, शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी इस पूरे मामले में ओंकार नेहरिया के पक्ष में नजर आ रही है जबकि खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर इस प्रकरण पर अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं।
 

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