Edited By prashant sharma, Updated: 31 Jan, 2021 03:11 PM
देश की राजधानी में पिछले 66 दिन से 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन में हिमाचल किसान सभा ईकाई कुल्लू ने उपायुक्त कार्यलय के बाहर मौन प्रदर्शन किया इस दौरान हिमाचल किसान सभा के 3 दर्जन पदाधिकारी व कार्यकर्तोओं ने भाग लिया।
कुल्लू (ब्यूरो) : देश की राजधानी में पिछले 66 दिन से 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन में हिमाचल किसान सभा ईकाई कुल्लू ने उपायुक्त कार्यलय के बाहर मौन प्रदर्शन किया इस दौरान हिमाचल किसान सभा के 3 दर्जन पदाधिकारी व कार्यकर्तोओं ने भाग लिया। जिसमें उपायुक्त कार्यलय के बाहर मौन प्रदर्शन कर सरकार से असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हिमाचल प्रदेश किसान सभा ईकाई कुल्लू के बित सचिव भूप सिंह भंडारी ने बताया कि किसान सभा की केंद्रीय समवंयक समिति के आहवान पर सभी जिला मुख्यालयों में किसानों के समर्थन में मौन जलूस कर रहे है।
उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को किसान मोर्चा की तरफ से दिल्ली में ट्रेक्कर परेड़ करने का निर्णय लिया गया था। जिसमें ट्रेक्टर परेड़ को लेकर रूट निर्धारित किया गया था। परन्तु इसके बीच में किसानों के समर्थन में आए कुछ असामाजिक तत्वों ने इस रैली के हिंसक रूप देने की कोशिश की। जिसमें हिसंक रूप में जो रास्ता निर्धारित किया गया था उसमें प्रदर्शन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों ने दिल्ली में हिसंक प्रदर्शन किया जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते है और इस तरह के असामाजिक तत्वो में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। किसान संगठन पिछले 65 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे है। पिछले कल भी सिंघु बॉर्डर पर आरएसएस और भाजपा के लोगों ने पत्थर बाजी की है, जिससे हम कड़ी रूप भर्तसना करते है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसानो के आंदोलन को हिंसक रूप से खत्म करवाने के लिए साजिश कर रहे है, जिसका हम कड़ा विरोध करते है। जब केंद्र सरकार 3 काले कृषि कानूनों को वापिस नहीं लेंगे तब तक शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते रहेंगे।