Edited By Kuldeep, Updated: 12 Dec, 2019 02:37 PM
कहते हैं कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो इंसान कठिन से कठिन कार्य भी कर लेता है ..
बिलासपुर, (मुकेश): कहते हैं कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो इंसान कठिन से कठिन कार्य भी कर लेता है ऐसा ही कुछ कर दिखाने की तमन्ना पाल रखी है तमिलनाडु के दो भाइयों ने पंडिदुरई डी और कार्तिकेयन डी तमिलनाडु के गावं के वेलांगुडी जिला सिवगंगाई के रहने वाले ये दोनों भाई गिनीज बुक और लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए यह 501 मंदिरों की यात्रा करने के लिए घर से निकल चुके हैं घर से इन्हें पूजा-अर्चना के साथ और सभी ग्रामीणों ने झंडी दिखाकर इस यात्रा के लिए रवाना किया इनके परिजनों और स्थनीय लोगों ने इनकी सफलता के लिए दुआएं भी मांगीं।
विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नयनादेवी का मंदिर 318वां मंदिर है
501 मंदिर 22 राज्य 13000 किलोमीटर का सफर यह पूरा करेंगे। इन दोनों भाइयों ने 7 नवम्बर को यात्रा शुरू की और इन्होंने अब तक लगभग 28 दिनों में 318 मंदिरों की यात्रा पूर्ण कर ली है जिनमें विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नयनादेवी का मंदिर 318वां मंदिर है और अभी अपना पूरा टारगेट 501 मंदिरों की यात्रा को पूरा करना चाहते हैं मंदिर से श्री नयनादेवी जी में पहुंचकर जहां पर मां के दर्शन किए। पुजारी हरीश शर्मा ने पूजा-अर्चना करवाई, वहीं पर इन्होंने मां से आशीर्वाद मांगा कि माता इनको अपने उद्देश्य में सफल करे और वह गिनीस बुक और लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करवा सकें हालांकि 501 मंदिरों की यात्रा करने पर इन्हें 13000 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा और अब तक 10 हजार 200 किलोमीटर का सफर तय कर चुके हैं लेकिन इन दोनों का कहना है कि कुछ अलग करके दिखाना चाहते थे और उन्होंने अब 501 मंदिरों की यात्रा करके अपना नाम दर्ज करवाने की हसरत पाल रखी है और इसे पूरा करके छोड़ेंगे।