Edited By Kuldeep, Updated: 27 Aug, 2018 07:05 PM
ए.सी.सी. गगाल वक्र्स बरमाणा में कार्यरत ठेका श्रमिकों की यूनियन के पूर्व पदाधिकारियों एवं प्रमुख वरिष्ठ कार्यकत्र्ताओं की बैठक हुई।
बिलासपुर: ए.सी.सी. गगाल वक्र्स बरमाणा में कार्यरत ठेका श्रमिकों की यूनियन के पूर्व पदाधिकारियों एवं प्रमुख वरिष्ठ कार्यकत्र्ताओं की बैठक हुई। बैठक में ए.सी.सी. मजदूर संघ के पूर्व अध्यक्ष देवी राम ठाकुर ने कहा कि ए.सी.सी. प्रबंधन द्वारा वर्ष के 8 महीने बीत जाने पर भी वर्दी न दिए जाने पर ए.सी.सी. प्रबंधन की मजदूर विरोधी नीतियों का संघ पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 के 8 महीने बीत चुके हैं तथा ए.सी.सी. प्रबंधन ने अभी तक ठेका मजदूरों को वर्दी नहीं दी है। पूर्व महामंत्री शिव राम सांख्यान व पूर्व कोषाध्यक्ष इंद्रदेव ने कहा कि ऐसा लगता है कि मजदूरों को वर्दी देने में देरी का कारण यह है कि अगले साल मजदूरों को वर्दी नहीं दी जाएगी।
न गर्म कोट न रेन कोट दिए
यही नहीं, इस वर्ष बरसात से पूर्व मजदूरों को रेन कोट मिलना था परंतु वह भी मुहैया नहीं करवाया गया। इस प्रकार मजदूरों को रेन कोट की दृष्टि से एक वर्ष एच.आर. विभाग ने लुप्त कर दिया। यही नहीं, मजदूरों को गर्म कोट पिछले वर्ष 2017 में मिलना तय था परंतु उन्हें गर्म कोट भी नहीं दिया गया। कई वर्षों से मजदूरों को अच्छी किस्म के सुरक्षा जूते मिलने थे परंतु जनवरी माह की जगह सुरक्षा जूते अप्रैल में दिए गए जोकि घटिया व अच्छी किस्म के नहीं थे जो बहुत से श्रमिकों के टूट गए हैं। दूसरी ओर सुरक्षा विभाग के अधिकारी फटे जूते लाने के लिए श्रमिकों को मना करते हैं। मजदूर करें तो क्या करें। जो श्रमिक शोषण का विरोध करता है या आवाज बुलंद करता है उसके विरुद्ध प्रबंधन वर्ग कारण बताओ नोटिस देकर उसकी पदोन्नति रोक देता है। बैठक में पूर्व संगठन मंत्री रतन लाल, पूर्व कार्यकारिणी सदस्य संतोख सिंह, बलदेव व सतीश कुमार, सदस्य राकेश कुमार व राजेंद्र कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।