Edited By Vijay, Updated: 23 Nov, 2018 06:01 PM
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी को लेकर उठाए जा रहे सवालों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में 2 राजधानियों का अस्तित्व यूं ही नहीं बनाया गया है बल्कि प्रदेश की भूगौलिक परिस्थितियों की लिहाज से पूर्व...
धर्मशाला (जिनेश): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी को लेकर उठाए जा रहे सवालों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में 2 राजधानियों का अस्तित्व यूं ही नहीं बनाया गया है बल्कि प्रदेश की भूगौलिक परिस्थितियों की लिहाज से पूर्व में ये फैसला लिया गया था और आज अगर कोई अधिकारी हो या राजनेता इस बड़े फैसले पर अपत्ति जाहिर करता है तो वो उसकी नालायकी और नासमझी है इसके अलावा और कुछ नहीं।
सही तरीके से पांव नहीं पसार पाई सरकार
नॉर्थ इंडिया की सीनियर व जूनियर पुरुष व महिला पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप के शुभारम्भ के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार अपने पांव सही तरीके से नहीं पसार पाई है। उन्होंने कहा कि सरकार जो दावे कर रही है कि एक साल से कम समय में इतने काम कर दिए हैं जोकि पूर्व सरकार ने 5 सालों में नहीं किए हैं। यें बाते सरकार की ढोल का पोल है। वहीं उन्होंने कहा कि इस सरकार के पाव जमे नहीं हैं।
मुख्यमंत्री प्रदेश को छोड़ अपने जिला का कर रहे विकास
उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की सभी योजनाओं को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में लेकर जा रहे हैं जबकि विकास पूरे प्रदेश का एक साथ होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश का एक साथ विकास करना चाहिए न की सिर्फ अपने ही जिला का। वहीं उन्होंने कहा कि वह पहली बार मुख्यमंत्री बने हैं जिस वजह से वह अपने ही जिला का विकास कर रहे हैं। उन्होंने कहा की जयराम अपने नजरिए से काम कर रहे हैं, जिसका उनको खमियाजा भुगतना पड़ सकता है।
जम्मू-कश्मीर की सियासत कही ये बात
वहीं जम्मू-कश्मीर की सियासत को लेकर उन्होंने कहा कि राजयपाल को पहले यह देखना चाहिए था कि किसी पार्टी के पास बहुमत तो नहीं था उसके बाद ही यह निर्यण लेना चाहिए था।