Edited By Vijay, Updated: 03 Jul, 2019 11:42 PM
बड़सर और हमीरपुर विस क्षेत्र की सीमा पर स्थित भोटा पुलिस सहायता कक्ष को अब सरकार 8 साल बाद बंद कर रही है। वर्ष 2009-10 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने बड़सर क्षेत्र के विधायक बलदेव शर्मा के आग्रह पर क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा प्रदान...
हमीरपुर: बड़सर और हमीरपुर विस क्षेत्र की सीमा पर स्थित भोटा पुलिस सहायता कक्ष को अब सरकार 8 साल बाद बंद कर रही है। वर्ष 2009-10 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने बड़सर क्षेत्र के विधायक बलदेव शर्मा के आग्रह पर क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए भोटा में पुलिस सहायता कक्ष स्थापित किया था लेकिन अब सरकार ने भोटा पुलिस सहायता कक्ष को बंद करने के आदेश दे दिए हैं। विडम्बना देखो कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में खुले भोटा पुलिस सहायता कक्ष को भाजपा की सरकार में ही बंद करने के आदेश आए हैं, जिससे स्थानीय लोग भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बुधवार को एस.पी. हमीरपुर से मिले और एक ज्ञापन सौंपा।
फिर से चोरी की घटनाओं और अपराधों के साए में जीना पड़ेगा
क्षेत्र के लोगों व प्रतिनिधियों ने एस.पी. हमीरपुर अर्जित सेन से मांग की है कि भोटा पुलिस चौकी (पुलिस सहायता कक्ष) से 12 पंचायतों और एक नगर पंचायत के करीब 20 हजार लोगों को सुरक्षा मिलती थी लेकिन इसके बंद होने से क्षेत्र के लोगों को फिर से चोरी की घटनाओं और अपराधों के साए में जीना पड़ेगा, क्योंकि भोटा कस्बा बड़सर व हमीरपुर विस क्षेत्र की सीमा पर है तथा यहां पर पुलिस चौकी का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने मांग की है कि जल्द सरकार भोटा में पुलिस चौकी खोलने का निर्णय ले अन्यथा स्थानीय लोग संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे।
यह बताई जा रही वजह
वहीं एस.पी. हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर का कहना है कि उक्त मामले में भोटा क्षेत्र का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला है। उन्होंने बताया कि भोटा में पुलिस सहायता कक्ष था, जिसे सीमित संस्थानों के चलते सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया है तथा भोटा में पुलिस चौकी खोलने की जो प्रपोजल भेजी गई थी वे भी रिजैक्ट हो गई है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला के साथ लगते 5 जिलों की अपेक्षा सबसे कम पुलिस कर्मी हैं तथा 1 लाख की आबादी पर 80 के करीब पुलिस कर्मी हैं। हालात यह हैं कि हमीरपुर में पुलिस कर्मियों की संख्या बिहार और यू.पी. जैसे राज्यों से भी कम है। उन्होंने कहा कि जिला में 4 पुलिस सहायता कक्ष हैं तथा बिझड़ी में पुलिस सहायता कक्ष के लिए कमरा तक नहीं मिला है, जिसके चलते वहां पर तैनात ए.एस.आई. स्टेडियम के नीचे बैठता है। वहीं भोटा नगर पंचायत भी पुलिस सहायता कक्ष को दिए कमरे का किराया मांग रही थी, जिसका प्रावधान नहीं हो पाया है। वैसे भी पुलिस स्टाफ व संस्थानों की कमी के चलते इसे बंद किया जा रहा है।
जनता के साथ धरने पर बैठेगी भाजपा
इसे भी विडम्बना ही कहें कि भाजपा शासन में ही भाजपा सरकार के इस फैसले का विरोध हो रहा है। जिला भाजपा के उपाध्यक्ष आदर्श कांत का कहना है कि भोटा से पुलिस सहायता कक्ष को बंद किया तो जनता के साथ धरने दिया जाएगा।
पहले लंबलू में नहीं खुलने दी पुलिस चौकी : कुलदीप पठानिया
पूर्व कांग्रेस विधायक कुलदीप पठानिया ने बताया कि पहले लंबलू में पुलिस चौकी नहीं खुलने दी अब भाजपा ने भोटा की पुलिस चौकी बंद करवा दी। भाजपा सरकार के हमीरपुर से भेदभाव का कांग्रेस विरोध करेगी।