Edited By kirti, Updated: 06 May, 2019 05:43 PM
ऊना जिला के हरोली थाना क्षेत्र के तहत एक पोल्ट्री फॉर्म में निर्मम पिटाई का शिकार हुआ पीडि़त युवक अवतार सिंह सोमवार को अपने परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलने ऊना पहुंचा। जहां पर पीडि़त युवक ने पुलिस और मीडिया को आपबीती सुनाई। दरअसल कुछ दिन पहले...
ऊना(अमित) :ऊना जिला के हरोली थाना क्षेत्र के तहत एक पोल्ट्री फॉर्म में निर्मम पिटाई का शिकार हुआ पीडि़त युवक अवतार सिंह सोमवार को अपने परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलने ऊना पहुंचा। जहां पर पीडि़त युवक ने पुलिस और मीडिया को आपबीती सुनाई। दरअसल कुछ दिन पहले ऊना में एक युवक की बेरहमी से पिटाई किए जाने के 4 वीडियो वायरल हुए थे। इस मामले को मीडिया द्वारा उठाए जाने के बाद जहां पुलिस हरकत में आई वहीँ पीड़ित युवक के घर तक भी यह मामला पहुंच गया। अपने लाडले के साथ हुई निर्मम मारपीट की खबर मिलते ही परिजन आज पीड़ित युवक को लेकर ऊना पहुंचे और न्याय की मांग उठाई।
युवक और परिजनों ने मीडिया के समक्ष आपबीती सुनाई। जिससे कहीं न कहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठना शुरू हो गए है। पीड़ित अवतार ने बताया कीं 26 अप्रैल को उसके एक दोस्त अनमोल ने उसे गगरेट में कैमरा लेकर आने की बात कही। पीडि़त ने बताया कि मैं अनमोल के कहे अनुसार कैमरा लेने के लिए उक्त स्थान पर पहुंचा तो पाया कि करीब दो दर्जन से अधिक युवक मौजूद थे और मुझ से बहसते हुए पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद युवकों ने मुझे गाड़ी में अगवा कर हरोली के एक अज्ञात पॉल्ट्री फार्म ले गए, जहां मुझे रॉड व लात घूंसो से जमकर पिटाई की। इतना ही युवकों ने पिटाई का विडियो भी बनाया।
उसके बाद आरोपी युवक पीड़ित को अपने साथ लेकर पुलिस चौकी ऊना पहुंच गए। जहां युवकों ने पुलिस को अवतार के साथ कैमरे के लेन देन की बात कही और पुलिस के समक्ष राजीनामा कर लिया। अब सवाल यह है कि मामला गगरेट से शुरू हुआ। जोकि गगरेट थाना के तहत आता है, वहीँ युवक से मारपीट पंडोगा चौकी क्षेत्र में हुई तो आरोपी युवक गगरेट और पंडोगा की बजाय ऊना सिटी चौकी में ही क्यों गए। वहीं ऊना सिटी चौकी में पीड़ित युवक से पूछताश या तथ्यों को जाने बिना ही पुलिस ने राजीनामा क्यों लिखवाया। ऐसे कई सवाल है जो ऊना पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे है।
अवतार ने बताया कि मारपीट के बाद आरोपी युवकों ने मामले की शिकायत करने पर मुझे और परिजनों को जान से मारने की धमकी दी थी। वहीं पीडि़त के पिता बलदेव सिंह का कहना है कि मारपीट की घटना के बाद उनका बेटा डिप्रेशन में चला गया था। वहीं, उनका बेटा डरा, सहमा हुआ है। जिसके चलते उनका बेटा आत्महत्या करने तक का कदम उठा सकता था। वहीं पीड़ित युवक के गांव के प्रधान नवजेंद्र सिंह ने कहा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये है। युवक की पंचायत के प्रधान ने पुलिस अधिकारीयों से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है।