Edited By Ekta, Updated: 19 Aug, 2018 03:38 PM
हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट की ट्रेनिंग कर चुके बेरोजगारों ने राज्य सरकार से 50 प्रतिशत पदों को बैचवाईज भरने की मांग उठाई है। मंडी के पड्डल मैदान में रविवार को जिला बेरोजगार आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट संघ की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें...
मंडी (नीरज): हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट की ट्रेनिंग कर चुके बेरोजगारों ने राज्य सरकार से 50 प्रतिशत पदों को बैचवाईज भरने की मांग उठाई है। मंडी के पड्डल मैदान में रविवार को जिला बेरोजगार आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट संघ की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिला भर से आए बेरोजगारों ने भाग लिया। संघ के जिला प्रधान भूपेंद्र गुलेरिया ने बताया कि ऐलोपैथी फार्मासिस्टों के 50 प्रतिशत पद बैचवाईज तरीके से भरे जाते हैं लेनिक आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। इनका कहना है कि बहुत से बेरोजगार फार्मासिस्ट की ट्रेनिंग करने के बाद भी नौकरी हासिल नहीं कर पा रहे हैं।
गुलेरिया ने बताया कि जल्द ही संघ के पदाधिकारी इस मांग को सीएम जयराम ठाकुर के समक्ष प्रमुखता से रखेंगे ताकि 50 प्रतिशत पद बैचवाईज तरीके से भरे जा सकें। वहीं संघ के जिला सचिव जितेंद्र सिंह अत्री ने बताया कि इस वक्त प्रदेश में 1167 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियां हैं जिसमें आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों के 600 से अधिक पद खाली चल रहे हैं। प्रदेश में 5 हजार बेरोजगार ऐसे हैं जिन्होंने ट्रेनिंग के बाद अपना पंजीकरण करवा रखा है। इन्होंने कहा कि सरकार कुछ पदों के लिए सीधी भर्ती निकालती है जिससे न तो इस वर्ग का कोई लाभ हो रहा है और न ही विभाग का। इन्होंने मांग उठाई है कि ऐलोपैथी की तर्ज पर इन्हें भी यह सुविधा प्रदान की जाए।