Edited By Simpy Khanna, Updated: 31 Jul, 2019 11:46 AM
सराज के जंगलों, चारागाहों, घासनियों और बगीचों में प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर घास सुखाकर मटर की बिजाई करने वालों की अब खैर नहीं है। देर से ही सही सराज का प्रशासन पंजाब केसरी में प्रमुखता से छपी खबर के बाद अब जाग गया है। एस.डी.एम. सराज ने वन व राजस्व...
चैलचौक(ब्यूरो): सराज के जंगलों, चारागाहों, घासनियों और बगीचों में प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर घास सुखाकर मटर की बिजाई करने वालों की अब खैर नहीं है। देर से ही सही सराज का प्रशासन पंजाब केसरी में प्रमुखता से छपी खबर के बाद अब जाग गया है। एस.डी.एम. सराज ने वन व राजस्व विभाग को ऐसे लोगों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं। उनकी तरफ से दिए गए इन सख्त आदेशों के बाद सराज की मटर बैल्ट में हड़कंप मच गया है। राजस्व व वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी फील्ड में जाकर ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रहे हैं, जिन्होंने पैसा कमाने के लालच में प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर वातावरण को दूषित कर रखा है।
तहसीलदार थुनाग व नायब तहसीलदार छतरी को एस.डी.एम. सुरेंद्र मोहन ने आदेश दिए हैं कि चिऊणी, लंबाथाच, शिल्हीबागी, बागाचुनोगी, कल्हणी, रोड़ आदि पंचायतों में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर घास को सुखाया गया है, जिससे इसका जहर नदी-नालों में घुलकर लोगों के घरों में पहुंच रहा है जिससे गंभीर बीमारी फैलने का अंदेशा है। गौरतलब है कि 15 से 20 दिन पहले सराज की मटर बैल्ट में लोगों ने जंगलों, चारागाहों और घासनियों में प्रतिबंधित दवाओं की स्प्रे कर रखी है जिससे घास सूख गई है। यह दवा इतनी जहरीली है कि इसका पानी पीने से मवेशी बीमार हो रहे हैं और उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण हो रही है। बरसात के मौसम में जहां पर स्प्रे हुई है वह जगह साफ देखी जा सकती हैं। आजकल सुखाई गई इन जगहों पर मटर बिजाई जोरों पर हो रही है।
ग्लाइसिन की स्प्रे से मौत को दावत
जंगल, चारागाह और घासनियों में मटर बीजने के लिए घास सुखाने को इस्तेमाल की जा रही प्रतिबंधित दवा ग्लाइसिन की स्प्रे धीमी मौत है। सराज की मटर बैल्ट के लोग मौत के इस सामान का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं। मैडीकल एक्सपर्ट के अनुसार इससे कैंसर होता है जो हमारे शरीर को खोखला कर रहा है। खरपतवार नाशक दवा को बैन किया जा चुका है, मगर हैरानी की बात है कि सराज के लोगों को यह दवा आसानी से मिल रही है।
दवा विक्रेताओं के खिलाफ चुप्पी, कोई कार्रवाई नहीं की
एस.डी.एम. सराज ने अपने आदेश में सिर्फ दवा की स्प्रे करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है, मगर प्रतिबंधित दवा बेचने वालों पर चुप्पी साध रखी है। थुनाग, जंजैहली, थाची, बालीचौकी, छत्तरी और जरोल की कई दुकानों में धड़ल्ले से प्रतिबंधित दवा बेची जा रही है। उपमंडल गोहर के कई स्थानों पर प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर वन संपदा सुखाई गई है। बालीचौकी तहसील की थाची, पंजाई, सोमनाचनी, बागी भनवास और नलबागी पंचायतों के कई स्थानों पर स्प्रे की गई है। थाची क्षेत्र के लोगों ने इस बाबत गोहर प्रशासन से शिकायत भी कर रखी है, मगर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है।