Edited By Updated: 20 Apr, 2017 10:12 AM
हिमाचल प्रदेश में व्यापारी वर्ग से लेकर आम आदमी तक के लिए 10 रुपए का सिक्का इन दिनों परेशानी का कारण बना हुआ है।
चम्बा : हिमाचल प्रदेश में व्यापारी वर्ग से लेकर आम आदमी तक के लिए 10 रुपए का सिक्का इन दिनों परेशानी का कारण बना हुआ है। इसका मुख्य कारण यह माना जा रहा है कि बैंक ने बलक में 10 रुपए के सिक्के जारी तो कर दिए हैं लेकिन अब बैंक स्वयं इन सिक्कों को अपने समय की बर्बादी की बात कह कर या फिर स्टॉफ की कमी का रोना रो कर इन्हें लेने से मना कर रहा है। इसी के चलते व्यापारी व आम आदमी इन दिनों 10 रुपए के सिक्कों को लेकर खुद को परेशानी के दौर में पा रहा है। यह बात सही है कि जब तक बैंक स्वयं इन 10 रुपए के सिक्कों को लेना शुरू नहीं करेगा तब तक यह समस्या हल नहीं होने वाली है। अब तो स्थिति यह देखने को मिल रही है कि दुकानदार ग्राहक से 10 रुपए का सिक्का लेने की बजाय उसे खाली लौटाने में बेहतरी समझ रहा है। उधर, इस स्थिति के बीच डी.सी. चम्बा ने बुधवार को इस मामले पर अपना रुख साफ करते हुए कहा कि अगर यदि कोई व्यक्ति या व्यापारी 10 रुपए के सिक्कों को लेने से मना करता है तो उसके खिलाफ देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया जा सकता है।
10 रुपए के सिक्कों को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही
डी.सी. चम्बा सुदेश मोख्टा ने इस मामले को लेकर बुधवार को बाकायदा एक बयान जारी कर लोगों से अपील की है कि वे 10 रुपए के सिक्के को लेने से मना न करें। उन्होंने व्यापारी वर्ग से भी कहा कि भारी मात्रा में 10 रुपए के सिक्कों को बैंकों में जमा न करें। 10 रुपए के सिक्कों को भारी मात्रा में बैंकों में जमा करवाने के चलते सिक्कों के प्रचलन में असंतुलन बनता है। गौरतलब है कि कुछ समय से 10 रुपए के सिक्कों को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। सिक्कों की वैधता को लेकर डी.सी.चम्बा ने साफ किया है कि हर प्रकार का 10 रुपए का सिक्का पूरी तरह से वैध है। उधर, एस.बी.आई. की चम्बा शाखा के मुख्य प्रबंधक एल.आर. ठाकुर ने कहा कि यदि व्यापारी रोज भारी मात्रा में सिक्कों को बैंकों में जमा करवाने के लिए आएं तो इससे अनावश्यक समय तो जाएगा, साथ ही बैंक में इतनी बड़ी मात्रा में सिक्कों को रखना भी नामुमकिन होगा। लोगों का कहना है कि भले आर.बी.आई. या फिर जिला प्रशासन 10 रुपए के सिक्कों को लेकर चाहे जो भी बयान जारी करे लेकिन जब तक बैंक सिक्कों को लेना शुरू नहीं करेगा तब तक स्थिति में अधिक सुधार आने वाला नहीं है।