Edited By Vijay, Updated: 05 Nov, 2018 05:26 PM
आयुर्वैदिक विभाग द्वारा भगवान धन्वंतरी त्रयोदशी पर आयोजित हवन यज्ञ कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने पूर्णाहुति डाली तथा कहा कि मानव के साथ ही बीमारियों का भी जन्म हुआ, जिसके समाधान के लिए भगवान धन्वंतरी ने अवतार लिया तथा भगवान...
नाहन (सतीश): आयुर्वैदिक विभाग द्वारा भगवान धन्वंतरी त्रयोदशी पर आयोजित हवन यज्ञ कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने पूर्णाहुति डाली तथा कहा कि मानव के साथ ही बीमारियों का भी जन्म हुआ, जिसके समाधान के लिए भगवान धन्वंतरी ने अवतार लिया तथा भगवान धन्वंतरी विश्व की सभी पैथियों के जनक हैं। उन्होंने कहा कि आज के दिन से प्रेरणा लेकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में शोध कार्यों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत के लिए महान दिन है क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों का विस्तार पूरे विश्व में भारत से ही हुआ है।
समुद्र मंथन के दौरान हुआ भगवान धन्वंतरी का जन्म
इस मौके पर जिला आयुर्वैदिक अधिकारी डा. कविता शर्मा ने कहा कि भगवान धन्वंतरी का जन्म समुद्र मंथन के दौरान मानव रोगों के निवारण के लिए हुआ है। उन्होंने मानव जाति को जड़ी-बूटियों से तथा प्राकृतिक पद्धति से किस प्रकार रोगों के इलाज बारे में बताया, जिसे आज पूरा विश्व आयुर्वेद दिवस के रूप में मना रहा है।
आयुर्वेद के उपदेशों का करना चाहिए पालन
उधर, आयुर्वेद विभाग के विशेषज्ञ डा. पारीक ने बताया कि हमे आयुर्वेद के उपदेशों का सही तरह से पालन करना चाहिए क्योंकि आयुर्वेद में रितु चर्या के अनुसार खानपान का विशेष प्रावधान है। यदि इन बातों का पालन किया जाए तो निश्चित तौर पर सभी निरोग व स्वस्थ रह सकेंगे तथा आज के दिन की यही एक प्रेरणा होगी।