Edited By prashant sharma, Updated: 15 Dec, 2020 12:29 PM
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने के लिए कोई होड़ नही लगी हुई है। कम से कम वे मुख्यंमत्री की दौड़ में शामिल नहीं है।
सोलन (नरेश पाल) : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने के लिए कोई होड़ नही लगी हुई है। कम से कम वे मुख्यंमत्री की दौड़ में शामिल नहीं है। कुलदीप राठौर ने पंजाब केसरी से विशेष बातचीत में कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें पार्टी को संगठित करने का दायित्व दिया है। मैं कोशिश कर रहा हूँ कि पार्टी के सभी नेता एक मंच आए और आए भी है। यदि आपस मैं कोई मतभेद है तो उसे दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रतिद्वंदिता होनी चाहिए लेकिन यह सकारात्मक हो। इस वक्त मुख्यमंत्री की दौड़ नही बल्कि पार्टी को सत्ता में लाने के साथ-साथ मजबूत विपक्ष की भूमिका निभानी है।
विधान सभा के चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी हाईकमान ने तय करना है। यदि पार्टी का कहेगी चुनाव लड़ना तो लड़ेंगे, यदि पार्टी कहेगी की संगठन का ही काम करना है तो वे संगठन का ही काम करेंगे। मैं संगठन को मजबूत बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा हूँ। मुझे संगठन का लंबा अनुभव रहा है। एनएसयूआई के अध्यक्ष व युवा कांग्रेस से लेकर अब तक संगठन का ही काम किया है। उन्हें पार्टी के नेताओं का भरपूर समर्थन मिला है। सरकार व कांग्रेस के बीच चल रहे फ्रेंडली मैच के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा रही है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री भी कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने के बजाए पलटवार करते नजर आ रही है। सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदेश स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन किए। कोरोना काल के दौरान जब सरकार ने हिमाचल के बॉर्डर खोले तो कांग्रेस ने विधानसभा से लेकर सचिवालय तक का घेराव किया। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को चेताया कि सरकार का बॉर्डर खोलने का निर्णय सही नही है, इससे प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ेंगे। हुआ भी ऐसा ही बॉर्डर खुलने के बाद ही प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ गए है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यंमत्री ने केंद्र के दवाब में प्रदेश के बॉर्डर खोलकर लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डाल दिया है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के सामने जुबान नहीं खुलती है। उन्होंने कहा कि वह कभी पेट के नीचे वार नहीं करते है क्योंकि सत्ता में बैठे लोग हमारे दुश्मन नहीं है। हमारी व उनकी विचारधारा व सोच अलग-अलग है। यह सरकार में बैठे लोगों को प्रतिपक्ष को अपना शत्रु नही समझना चाहिए। हम एक दूसरे के राजनैतिक विरोधी हो सकते है लेकिन दुश्मन नहीं।
देश में 2014 से शुरू मोदी युग में कांग्रेस प्रदेश में दो लोकसभा चुनाव व 2017 में विधानसभा चुनाव हार चुकी है क्या कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रहेगी? इस सवाल के जवाब में उनका कहना था कि प्रदेश की जनता पलटू सरकार से परेशान हो चुकी है। सरकार बार बार निर्णयों को बदल रही है। सरकार सुबह कुछ और निर्णय लेती है और जब जनता की प्रतिकूल प्रतिक्रिया आती है तो सरकार अपने निर्णय को बदल देती है। जयराम सरकार ने तीन वर्ष में कोई अपनी विकास की योजना शुरू नही की है। पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में शुरू हुई विकास योजना का उद्घाटन या शिलान्यास करने का काम किया है। कोरोना काल में जनविरोधी निर्णय लेकर लोगों को परेशान करने का काम किया है। मोदी सरकार पर से तो प्रदेश की जनता का विश्वास उठ गया है। मोदी सरकार केवल पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है। किसान अपने हितों की रक्षा के लिए सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को गुमराह करके दूसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने में कामयाब हुए है। प्रदेश में कोई मोदी लहर नही है और 2022 में कांग्रेस की सरकार बनेगी।