Edited By Vijay, Updated: 18 Sep, 2018 04:56 PM
धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में आश्विन नवरात्रों में श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने बारे भरवाईं यात्री निवास में एस.डी.एम. सुनील वर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एस.डी.एम. सुनील वर्मा मेला अधिकारी व डी.एस.पी. मनोज जम्वाल को पुलिस...
चिंतपूर्णी (सुनील): धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में आश्विन नवरात्रों में श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने बारे भरवाईं यात्री निवास में एस.डी.एम. सुनील वर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एस.डी.एम. सुनील वर्मा मेला अधिकारी व डी.एस.पी. मनोज जम्वाल को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया। भरवाईं से चिंतपूर्णी तक मेला क्षेत्र को 3 सैक्टरों में बांटा गया है। मेले में 300 पुलिस कर्मचारी व गृह रक्षक तैनात किए जाएंगे। मेला 10 से 18 अक्तूबर तक चलेगा। मेला अवधि के दौरान धारा-144 लागू रहेगी। ढोल-नगाड़े, स्पीकर व मंदिर में नारियल ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा।
सड़कों पर लंगर बांटने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
मेला अधिकारी ने बताया कि मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 2 स्वास्थ्य कैंप लगाए जाएंगे। मेले में श्रद्धालुओं को पानी पिलाने व सफाई व्यवस्था के लिए मंदिर में अतिरिक्त सेवादारों की नियुक्ति की जाएगी। मेले में केवल उन्हीं लंगर संस्थाओं को अनुमति दी जाएगी, जिनके पास आवश्यकता अनुसार जगह होगी। सड़कों पर लंगर बांटने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लंगर संस्थान के स्थान का निरीक्षण करने के बाद ही लंगर लगाने की अनुमति दी जाएगी। 1 से 5 दिन तक लंगर लगाने वाली संस्था को प्रतिदिन 1,000 रुपए के हिसाब से पैसे जमा करवाने होंगे, वहीं 5 से अधिक दिनों तक लंगर लगाने वाली संस्थाओं को 12,000 रुपए जमा करवाने होंगे।
श्रद्धालुओं को यहां मिलेगी दर्शन पर्ची
मेले में चढ़ावे की गणना के लिए अतिरिक्त कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे। मेले में श्रद्धालुओं को दर्शन करने के लिए दर्शन पर्ची नई कार पार्किंग में ही दी जाएगी। पर्ची का मुख्य बाजार में भी निरीक्षण किया जाएगा। ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए बाहर से आने वाले बड़े वाहनों को भरवाईं पार्किंग में खड़ा करने की व्यवस्था की गई है। मेला अधिकारी ने बताया कि मेले से पहले भरवाईं से चिंतपूर्णी सड़क पर पैचवर्क करवाने के लिए पी.डब्ल्यू.डी. को आदेश जारी कर दिए हैं। इस अवसर पर बैठक में डी.एस.पी. मनोज जम्वाल, मंदिर अधिकारी अवनीश शर्मा, एस.डी.ओ. राजकुमार जसवाल, प्रधान नारी विजय कुमार, प्रधान चिंतपूर्णी नरेन्द्र कालिया व एडीशनल एस.एच.ओ. जगवीर सिंह सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी उपस्थित हुए।