Edited By kirti, Updated: 18 Aug, 2018 10:41 AM
प्रदेश सरकार के सड़कें खोलने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश से बंद सभी मांर्गों को तुरंत खोलने को कहा था, मगर अभी तक अधिकतर मार्ग बंद पड़े हुए हैं। जिला शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में सेब सीजन पूरे यौवन पर चला हुआ है।...
शिमला : प्रदेश सरकार के सड़कें खोलने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश से बंद सभी मांर्गों को तुरंत खोलने को कहा था, मगर अभी तक अधिकतर मार्ग बंद पड़े हुए हैं। जिला शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में सेब सीजन पूरे यौवन पर चला हुआ है। मगर हाटकोटी- रोहड़ू मार्ग पट्टा ढांक निहारी के पास अभी भी बंद पड़ा हुआ है।
जुब्बल-कोटखाई ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष मोती लाल डेरटा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आेम प्रकाश रांटा, जिला परिषद सदस्य मोती लाल सिथटा, पूर्व जिला परिषद सदस्य शारदा ठाकुर, निदेशक हिमफैड, भीम सिंह झौटा मीडिया प्रभारी जुब्बल सुमित चौहान, मीडिया प्रभारी कोटखाई उमेश सुमन और संयोजक सोशल मीडिया जुब्बल-कोटखाई प्रमोद औटा ने संयुक्त बयान में कहा है कि जुब्बल-नावर-कोटखाई विधान सभा क्षेत्र की सड़कों की स्थिति दिन-प्रति-दिन बदतर बनती जा रही है।
क्षेत्र की अधिकतर सड़कें या तो बंद पड़ी हंै या फिर सड़कों की हालत दयनीय बनी है जिसकारण बागवानों को अपना उत्पाद मंडियों तक पहुंचाना मुश्किल हो रहा है। सड़कें अवरुद्ध होने से बागवानों को भारी नुक्सान हो रहा है। जुब्बल-कोटखाई ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष मोती लाल डेरटा कहा कि ठियोग-हाटकोटी-रोहड़ू मुख्य सड़क की बात है वह भी पट्टी ढांक व निहारी के पास बंद पड़ी है जिसके कारण ऊपरी शिमला का पूरा जुब्बल व रोहड़ू क्षेत्र पिछले तीन दिनों से कटा है। मुख्य सड़क की बदतर स्थिति के कारण पूरे क्षेत्र के बागवानों को अपना सेब मंडियों तक पहुंचाना मुशिकल हो रहा है और आम जन मानस को भी आवागमन में परेशानी हो रही है।
स्थानीय विधायक कर रहे दिखावा
जुब्बल-कोटखाई ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष मोती लाल डेरटा ने जुब्बल-कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा पर आरोप लगाया है कि स्थानीय विधायक सड़क में खड़े होकर मात्र दिखावा करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि सड़कों को दुरुस्त करने के लिए सरकार व स्थानीय विधायक को समय रहते योजना बनानी चाहिए थी ताकि सड़कों को दुरुस्त करने का कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जाता। ठियोग-हाटकोटी-रोहड़ू सड़क में आए दिन कई-कई घंटों तक जाम लगने से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के सेब सीजन के लिए सड़कें दुरुस्त रखने के दावे भी पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे हैं।
2010 में हुई थी सड़कों की ऐसी हालत
सड़कों की ऐसी हालत वर्ष 2010 के सेब सीजन को याद दिलाती है। मोती लाल डेरटा ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय जुब्बल-कोटखाई के तत्कालिक विधायक रोहित ठाकुर के प्रयासों से इस सड़क का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका था और हर वर्ष इस सड़क में सेब सीजन सुचारू रूप से चलता रहा।स उद्योग को उजड़ने से बचाया जा सकता है।