Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Sep, 2017 12:31 AM
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के अंतर्गत आते गगरेट के जाड़ला कोयड़ी गांव के एक बहादुर बेटे ने भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट का रैंक हासिल कर क्षेत्र को गौरवान्वित किया है।
गगरेट: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के अंतर्गत आते गगरेट के जाड़ला कोयड़ी गांव के एक बहादुर बेटे ने भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट का रैंक हासिल कर क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। बी.टैक की डिग्री हासिल कर लैफ्टिनैंट राहुल जसवाल अगर चाहता तो किसी मल्टीनैशनल कंपनी में नौकरी कर लाखों रुपए पगार हासिल कर सकता था लेकिन देशभक्ति के जज्बे के साथ सैनिक पृष्ठभूमि के परिवार से पैदा हुए राहुल जसवाल ने देश सेवा को तरजीह देते हुए भारतीय सेना को चुना। राहुल के पिता कै. अमरजीत सिंह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं जबकि उसके नाना कै. तिलक राज भी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं।
पिता के कंधे पर स्टार चमकता देख हुआ प्रभावित
राहुल जसवाल ने बताया कि जब वह पिता के कंधे पर स्टार चमकते देखता तो वह भी इससे बहुत प्रभावित होता और उसने भारतीय सेना में जाने की ठान ली। बी.टैक की डिग्री हासिल करने के बाद उसने सी.डी.एस. डायरैक्ट एंट्री से प्रवेश पाया और 9 सितम्बर को उसे लैफ्टिनैंट का रैंक प्राप्त हुआ है। राहुल जसवाल के जीजा भी भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट के पद पर तैनात हैं। राहुल जसवाल ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, नाना-नानी व बहन-जीजा जी को दिया है।