Edited By Ekta, Updated: 21 May, 2019 04:53 PM
हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार के पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि जब तक सरकार एक विधायक के नाते शिमला में उनके लिए रहने की व्यवस्था नहीं करती है तब तक मंत्री के नाते मिली कोठी को छोड़ना संभव नहीं। मंडी में अनिल शर्मा ने कहा कि सरकार यदि इनके रहने की...
मंडी (नीरज): हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार के पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि जब तक सरकार एक विधायक के नाते शिमला में उनके लिए रहने की व्यवस्था नहीं करती है तब तक मंत्री के नाते मिली कोठी को छोड़ना संभव नहीं। मंडी में अनिल शर्मा ने कहा कि सरकार यदि इनके रहने की व्यवस्था करती है तो वह मंत्री के नाते मिले मकान को छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सरकार की तरफ से उन्हें मकान खाली करने को लेकर कोई नोटिस नहीं मिला है। अनिल शर्मा ने कहा कि जब उन्होंने मंत्रीपद से इस्तीफा दिया था तो उस वक्त ही सभी सरकारी सुविधाओं को छोड़ दिया था।
मंत्री के नाते सचिवालय में मिले कमरे, गाड़ी और अन्य सुविधाओं को भी उसी दिन सरकार के हवाले कर दिया था। जो सरकारी मकान मिला है वहां पर अभी इनका सामान है और उस सामान को तब तक शिफ्ट नहीं किया जा सकता, जब तक सरकार व्यवस्था नहीं करती है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही इस संदर्भ में विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे ताकि उनके रहने की व्यवस्था की जाए और वह मंत्री के नाते मिले मकान को खाली कर सकें। बता दें कि अनिल ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन अभी तक मंत्री के नाते मिले सरकारी आवास को उन्होंने खाली नहीं किया है।
12 अप्रैल को दिया था मंत्री पद से इस्तीफा
उल्लेखनीय है कि अनिल शर्मा ने पिछली 12 अप्रैल को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके एक सप्ताह बाद सरकार के जी.ए.डी. विभाग ने सरकारी आवास खाली करने बारे नोटिस भी जारी किया था। उसके बाद मतदान के बाद यानी सोमवार को भी अनिल शर्मा को दूसरा नोटिस जारी कर एक सप्ताह में मंत्री आवास खाली करने को कहा है। पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि मैंने जयराम सरकार की गाड़ी लौटा दी है, जहां तक मंत्री आवास की बात है तो अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला। वैसे भी मुझे सरकारी आवास का शौक नहीं है, जल्द ही खाली कर दूंगा।