Edited By Kuldeep, Updated: 23 Jul, 2018 08:31 PM
विभिन्न बैंकों द्वारा स्थापित ए.टी.एम. काऊंटरों के आसपास मंडरा रहे शातिर ठगों के निशाने पर प्रदेश के भोले भाले लोग हैं। बड़ी ही चालाकी से लोगों को अपने जाल में फंसाकर ए.टी.एम. बदलने का खेल खेलने वाला अन्तर्राज्यीय ठग गिरोह अब तक कई लोगों को चूना...
अम्ब: विभिन्न बैंकों द्वारा स्थापित ए.टी.एम. काऊंटरों के आसपास मंडरा रहे शातिर ठगों के निशाने पर प्रदेश के भोले भाले लोग हैं। बड़ी ही चालाकी से लोगों को अपने जाल में फंसाकर ए.टी.एम. बदलने का खेल खेलने वाला अन्तर्राज्यीय ठग गिरोह अब तक कई लोगों को चूना लगाकर उनके खातों में जमा पूंजी उड़ा चुका है। आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन आज तक यह गिरोह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका है। कोई गलती से ए.टी.एम. का नम्बर और पिन नम्बर देकर ठगा जा रहा है तो कोई ए.टी.एम. पर पैसे निकालते वक्त शातिर गिरोह के जाल में फंस रहा है। पीड़ित लोग अपनी शिकायत संबंधित बैंकों और पुलिस में करते हैं लेकिन ठग गिरोह पुलिस के हाथ नहीं चढ़ पाता है।
फोन पर गोपनीय जानकारी लेकर करते हैं ठगी
सूत्र बताते हैं कि ए.टी.एम. काऊंटरों के आसपास घूमने वाले संदिग्ध लोग अक्सर ऐसे शिकार की तलाश में रहते हैं जो ए.टी.एम. आप्रेेट करते समय फंस जाए या उसे कोई दिक्कत आ जाए। फिर वह उन्हें अपने झांसे में लेकर उनसे ठगी करते हैं। दूसरी तरफ कथित ठगी की ऐसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिसमें अपने आपको बैंक का आलाधिकारी बताने वाले ठग लोगों को वैरीफिफिकेशन के संबंध में कॉल करके उनके अकाऊंट से संबंधित डिटेल मांगते हैं। जो लोग ऐसे ठगों के जाल में फंस जाते हैं वह अपने बैंक खाते में जमा खून पसीने से कमाई रकम गंवा बैठते हैं।
ए.टी.एम. कार्ड बदलने वालों से रहें सतर्क
इस संबंध में एक बैंक के आलाधिकारी का कहना है कि कोई भी बैंक अपने उपभोक्ता से टैलीफोन पर उनके खातों से संबंधित जानकारी नहीं लेता है। उपभोक्ताओं को बैंकों द्वारा समय-समय पर जागरूक किया जाता है कि वे अपने खातों से संबंधित जानकारी को गोपनीय रखें। जहां तक ए.टी.एम. कार्ड बदलकर ठगी की घटनाओं का सवाल है तो इसमें उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की आवश्यकता है। डी.एस.पी.अम्ब मनोज जम्वाल का कहना है कि ए.टी.एम. बदलकर हुई ठगी की घटनाओं में संलिप्त गिरोह को पकडऩे के लिए पुलिस प्रयासरत है।