Edited By Ekta, Updated: 16 Oct, 2018 05:30 PM
प्रदेश के किसानों और बागवानों को अब मौसम की मार से बचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश में 3 डाप्लर रडार स्थापित करने का फ़ैसला लिया है, जो किसानों को बारिश, बर्फबारी, आंधी-तूफान और सूखे जैसी प्राकृतिक जानकारियां देने का काम करेंगे।
शिमला (योगराज): प्रदेश के किसानों और बागवानों को अब मौसम की मार से बचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश में 3 डाप्लर रडार स्थापित करने का फैसला लिया है, जो किसानों को बारिश, बर्फबारी, आंधी-तूफान और सूखे जैसी प्राकृतिक जानकारियां देने का काम करेंगे। इसी कड़ी में शिमला में मौसम विभाग ने एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें मौसम विभाग ने किसानों को 15 दिन पहले ही मौसम की सटीक जानकारी का फैसला किया है।
मौसम विभाग के सम्मेलन में किसानों-बागवानों से जुड़ी समस्याओं पर खुलकर चर्चा हुई। वहीं, सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे किसान और पर्यावरणविदों ने मौसम विभाग की इस कोशिश को सराहनीय बताया। साथ ही, सरकार की तरफ से भी बेहतर सुविधाएं देने की मांग की गई। फिलहाल, किसानों को मौसम की जानकारी फसलों और जगह के मद्देनजर हफ्ते में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को SMS के जरिए दी जाती है, जबकि प्रदेश के मौसम की 15 दिनों की जानकारी मुहैया कराई जाती है।
ऐसे में, आने वाले दिनों में किसानों को जगह के लिहाज से 15 दिन पहले ही अलर्ट मिल जाएगा, तो उन्हें काफी फायदा होगा और वे बिजाई-बुआई और खेती के बाकी कामों को आसानी से कर सकेंगे। साथ ही, फसलों के नुकसान की गुंजाइश भी काफी कम होगी।