Edited By kirti, Updated: 14 Jul, 2018 12:07 PM
इलाके में बढ़ रही पक्षियों की संख्या किसी समय भी विमान दुर्घटना का कारण बन सकती है। इस पर कांगड़ा एयरपोर्ट के अधिकारियों तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ए.डी.एम. भारद्वाज की अध्यक्षता में कांगड़ा एयरपोर्ट पर बैठक करके
गग्गल: इलाके में बढ़ रही पक्षियों की संख्या किसी समय भी विमान दुर्घटना का कारण बन सकती है। इस पर कांगड़ा एयरपोर्ट के अधिकारियों तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ए.डी.एम. भारद्वाज की अध्यक्षता में कांगड़ा एयरपोर्ट पर बैठक करके चिंतन-मंथन करते हुए कहा कि पक्षियों की बढ़ती संख्या का मंडराना विमान ऑप्रेशन के लिए खतरा है। प्रशासन द्वारा इस पर लगाम लगाने के लिए खुले में मीट-मुर्गे का कचरा फैंकने वालों पर रोक लगाने हेतु कड़े कदम उठाए जाएंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शिमला की भांति इस इलाके में भी स्लाटर हाऊस (बूचडख़ाने) का निर्माण करने पर भी विचार किया जाएगा।
एयरोड्रम कमेटी का गठन किया गया
गग्गल एयरपोर्ट के निदेशक सोनम नुरभु ने बताया कि पर्यावरण समिति की इस बैठक में आसपास के गांवों के पंचायत प्रधानों ने भी भाग लिया। नुरभु ने बताया कि इस बैठक के बाद एयरपोर्ट पर एयरोड्रम कमेटी की बैठक भी हुई, जिसमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विचार-विमर्श किया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने टांडा के समीप एक पक्षी एयर इंडिया के विमान से टकरा गया था, लेकिन बड़ा हादसा होने से टल गया था। एयरपोर्ट के सहप्रभारी तरुण गुलाटी ने बताया कि बैठक में एयरपोर्ट क्षेत्र में आने वाले पेड़ों की छंटाई करने पर भी निर्णय लिया गया है।