Edited By Vijay, Updated: 11 Aug, 2018 06:39 PM
प्रदेश की जयराम सरकार अप्रासंगिक सरकार है। प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए भी हाईकोर्ट को दखल देते हुए आदेश देने पड़ रहे हैं। ऐसा तब ही होता है जब प्रदेश की सरकार फेल हो रही हो।
ऊना (विशाल): प्रदेश की जयराम सरकार अप्रासंगिक सरकार है। प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए भी हाईकोर्ट को दखल देते हुए आदेश देने पड़ रहे हैं। ऐसा तब ही होता है जब प्रदेश की सरकार फेल हो रही हो। यह बात ऊना के बहड़ाला में कांग्रेस के सम्मेलन के दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सरहदी इलाकों से एलर्जी है लेकिन वह भूल गए हैं कि पांवटा साहिब से लेकर चम्बा तक का इलाका हिमाचल का ही हिस्सा है।
ऊना सदर और हरोली में भाजपा के गुरु-चेले को हराया
उन्होंने कहा कि ऊना सदर और हरोली में भाजपा के गुरु-चेले को उन्होंने व सदर विधायक सतपाल रायजादा ने हराया है लेकिन आज भी दोनों इलाकों में हारे-नकारे लोग दनदना रहे हैं जोकि यह भूल चुकें हैं कि जो जीता वो ही सिकंदर होता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशा निवारण कमेटियों का गठन किया जा रहा है लेकिन इनमें उनको सदस्य बनाया जा रहा है जो स्वयं नशे के आरोपों में गिरफ्तार हुए लोगों की जमानतें देते हैं। इन कमेटियों के पदाधिकारियों का डोप टैस्ट होना चाहिए।
भाजपा कार्यकाल में खुले स्तर पर हो रहा अवैध खनन
उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस के समय लीगल लीज पर माइनिंग होती थी लेकिन आज भाजपा कार्यकाल में ऊना जिला में खुले स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है। यहां तक कि सदर विधायक सतपाल रायजादा के गृहगांव लालसिंगी में बड़े स्तर पर रेत का डंप लगाया गया है। यही नहीं, जगह-जगह रेत के बड़े-बड़े डम्प लगाए गए हैं। कांग्रेस काल में इस तरह डम्प लगाने की कोई इजाजत नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला ऊना प्रशासन की मिलीभगत से खनन के इस कारोबार को धड़ल्ले से अंजाम दिया जा रहा है।
कार्यकर्ताओं को पढ़ाया एकजुटता का पाठ
उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुटता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि राजनीति में नेताओं से अधिक कार्यकर्ताओं में गुटबाजी होती है। नेता तो गाहेबगाहे इकट्ठे भी हो जाते हैं। कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ हैं और हर कार्यकर्ता का कांग्रेस में सम्मान होता है।