Edited By Ekta, Updated: 24 May, 2019 03:40 PM
पिछड़ा जिला माने जाने वाले सिरमौर को करीब 60 सालों बाद सांसद मिला है। शिमला संसदीय सीट पर इस बार सुरेश कश्यप बतौर सांसद चुने गए जो सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। इससे पहले वर्ष 1957 में शिवानन्द रमौल सांसद चुने गए थे जो...
नाहन (सतीश): पिछड़ा जिला माने जाने वाले सिरमौर को करीब 60 सालों बाद सांसद मिला है। शिमला संसदीय सीट पर इस बार सुरेश कश्यप बतौर सांसद चुने गए जो सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। इससे पहले वर्ष 1957 में शिवानन्द रमौल सांसद चुने गए थे जो सिरमौर के धारटी धार से तालुक रखते थे। सुरेश कश्यप के सांसद चुने जाने के बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गई है। खासकर लोगों को उम्मीद है कि कई दशकों से अटका हाटी समुदाय को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने का मुद्दा सिरे चढ़ सकता है। समुदाय के लोग पिछले करीब 5 दशकों से जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की मांग कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि केंद्र व प्रदेश दोनों जगहों पर बीजेपी की सरकार है तो मुद्दा सिरे चढ़ने की उम्मीद है। लोगों ने उम्मीद जताई कि पर्यटन की अपार संभावनाएं संजोए सिरमौर जिला में पर्यटन को पंख लग सकते हैं। लोगों ने उम्मीद जताई कि पर्यटन की दिशा में भी सांसद जरूर कुछ कदम उठाएंगे। लोगों ने इस बात पर भी खुशी जताई है कि भाजपा ने सिरमौर से उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारा। हालांकि ये देखने वाली बात होगी कि नए सांसद जिला के लोगों की उम्मीदों पर कितना खरा उतर पाते है।