Edited By Simpy Khanna, Updated: 09 Oct, 2019 12:24 PM
नए बस अड्डा निर्माण के लिए एच.आर.टी.सी. की वर्कशॉप को यहां से स्थानांतरित करके परेल में शिफ्ट किया और इस प्रक्रिया के लिए लाखों रुपए खर्च किए गए लेकिन अफसोस की बात है कि नए स्थान पर वर्कशॉप को शिफ्ट नहीं किया गया जिस वजह से चंबा का नया बस अड्डा महज...
चंबा (विनोद) : नए बस अड्डा निर्माण के लिए एच.आर.टी.सी. की वर्कशॉप को यहां से स्थानांतरित करके परेल में शिफ्ट किया और इस प्रक्रिया के लिए लाखों रुपए खर्च किए गए लेकिन अफसोस की बात है कि नए स्थान पर वर्कशॉप को शिफ्ट नहीं किया गया जिस वजह से चंबा का नया बस अड्डा महज जेल परिसर वाले स्थान तक ही सीमित होकर रह गया है।
इसी के चलते जिला चंबा के लोगों को विशाल व आधुनिक बस अड्डे की सुविधा नहीं मिल पाई है। ऐसे में जिला प्रशासन इस बात की जांच करके इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए। यह बात चंबा वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान आर.के. महाजन ने कही। उन्होंने कहा कि जब तक वर्कशॉप को परेल के पास शिफ्ट नहीं किया जाता है, तब तक नए बस अड्डे के नाम पर यह छोटा अड्डा ही जिलावासियों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में तत्कालीन मुख्य सचिव ने अपने चंबा दौरे के दौरान जेल तथा एच.आर.टी.सी. वर्कशॉप को यहां से शिफ्ट करने की बात कही थी जिसके चलते जेल तो शिफ्ट हो गई थी तथा परेल में नई वर्कशॉप का निर्माण किया गया लेकिन अफसोस की बात है कि तत्वानी से अभी तक वर्कशॉप को शिफ्ट नहीं किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चंबा चौगान भाग-2, 3 व 4 की हालत खस्ता बनी हुई है। मिंजर मेले के दौरान इन्हें जो जख्म मिले हैं उनकी प्रशासन सुध ले ताकि खस्ताहाल इन चौगानों को उनके मूलरूप में वापस लाया जा सके।