Edited By prashant sharma, Updated: 08 Apr, 2021 12:46 PM
प्रदेश में कोरोना केस लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में प्रशासन अपने स्तर पर इसकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। परंतु आज प्रशासन का यह प्रयास उस समतय असफल होता नजर आया जब ऊना के व्यापारी और प्रशासन कोरोना टस्ट को लेकर आमने-सामने आ गए।
ऊना : प्रदेश में कोरोना केस लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में प्रशासन अपने स्तर पर इसकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। परंतु आज प्रशासन का यह प्रयास उस समतय असफल होता नजर आया जब ऊना के व्यापारी और प्रशासन कोरोना टस्ट को लेकर आमने-सामने आ गए। कोरोना टेस्ट करवाने को लेकर गुरुवार सुबह ऊना शहर के व्यापारियों व प्रशासन में तनातनी हो गई। गुस्साए व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दुकानें बंद कर दीं। प्रशासन सभी दुकानदारों के कोरोना टेस्ट करवाने जा रहा था, लेकिन व्यापारी केवल लक्षण वाले दुकानदारों के ही टेस्ट करवाने की बात अड़े थे। इस बीच एसडीएम व व्यापारियों में तीखी नोकझोंक हो गई।
एसडीएम सदर ने मौके पर व्यापारियों से टेस्ट करवाने का आग्रह किया। व्यापारियों के केवल लक्षण होने पर ही टेस्ट करवाने के तर्क को एसडीएम ने खारिज कर दिया। मामला बढ़ने पर व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। गुस्साए व्यापारियों ने ऊना शहर में दुकानें बंद कर दीं। व्यापार मंडल ऊना के अध्यक्ष मोती लाल कपिला ने कहा कि प्रशासन मनमानी कर रहा है। इसे किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लक्षण होने पर दुकानदारों के कोरोना टेस्ट होने चाहिए, लेकिन प्रशासन जबरन दवाब बना रहा है जोकि सही नहीं है।
टेस्ट न करवाने पर कार्रवाई के नोटिस भेजे जा रहे हैं। इस संबंध में डीसी ऊना से मिलकर मामला उठाया जाएगा। वहीं, एसडीएम सदर निधि पटेल ने कहा कि कोई भी दुकानदार स्वेच्छा से आगे नहीं आ रहा है। ऐसे में वह खुद व्यापारियों को टेस्ट करवाने का आग्रह करने गईं थीं, लेकिन व्यापारी इसका विरोध करने लगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस बिना किसी लक्षण के भी हो सकता है।