Edited By Vijay, Updated: 13 Jun, 2018 10:59 PM
ज्वालाजी में अतिक्रमण को लेकर नगर परिषद व प्रशासन द्वारा छेड़ी गई मुहिम दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई पुराने बस स्टैंड से शुरू हुई जोकि मंदिर के मुख्य मार्ग गेट नम्बर-1 से होते हुए चरणपादुका तक हुई।
ज्वालामुखी (पंकज): ज्वालाजी में अतिक्रमण को लेकर नगर परिषद व प्रशासन द्वारा छेड़ी गई मुहिम दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई पुराने बस स्टैंड से शुरू हुई जोकि मंदिर के मुख्य मार्ग गेट नम्बर-1 से होते हुए चरणपादुका तक हुई। कार्रवाई के चलते दुकानदारों में हड़कंप मच गया। इस बीच नगर परिषद ज्वालाजी की अध्यक्ष भावना सूद, ई.ओ. देशराज चौधरी, तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री, नायब तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी व एस.एच.ओ. ज्वालाजी मनोहर चौधरी सहित अन्य पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में अतिक्रमण को हटाया गया। लगभग अढ़ाई बजे तक हुई इस कार्रवाई के दौरान नगर परिषद ने 10 दुकानदारों की दुकानों के आगे अवैध रूप से लगाए गए छज्जे हटाए तथा साथ ही उनका सामान जब्त किया।
तय सीमा तक ही सीमित रहें दुकानदार
नगर परिषद के ई.ओ. देशराज चौधरी ने कहा कि नप के बार-बार आग्रह करने के बाद भी दुकानदार दुकानों के आगे अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं, जिस पर करवाई करते हुए नगर परिषद ने प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण को हटाने की मुहिम छेड़ी है जो लगातार जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अभी भी प्रशासन दुकानदारों को चेतावनी दे रहा है कि जहां तक सामान रखने की तय सीमा बताई गई है, उस तक ही सीमित रहें व इससे बाहर न जाएं। उनका कहना है कि इस कारवाई के दौरान लट्ठा देखकर बाकायदा जगह की पैमाइश की जा रही है। इस बीच जहां सरकारी भूमि पर दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण पाया जा रहा है, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
अतिक्रमण को लेकर रोजाना होगी चैकिंग
नगर परिषद का कहना है कि अवैध अतिक्रमण को लेकर की गई कार्रवाई के बाद भी उक्त स्थानों पर लगातार नजर रखी जाएगी। इस बीच यदि दुकानदार अतिक्रमण करते हुए पाए गए तो उनका सामान तो जब्त होगा ही साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसके अलावा जरूरत पडऩे पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
होटल व ढाबा मालिक भी शामिल
नगर परिषद की कारवाई में होटल व ढाबा मालिक भी शामिल हैं। नगर परिषद का कहना है कि पैमाइश में पाया गया है कि कुछेक होटल व ढाबा मालिकों ने सरकारी भूमि पर कब्जे किए हैं। पैमाइश के दौरान अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश उन्हें दे दिए गए हैं। यदि होटल व ढाबा मालिक अतिक्रमण को नहीं हटाते हैं तो कानूनी कार्रवाई होगी।