Edited By Vijay, Updated: 10 May, 2019 10:44 PM
इंदौरा क्षेत्र के एक निजि शिक्षण संस्थान पर छात्राओं की छात्रवृत्ति हड़पने, उनका मानसिक उत्पीड़न करने व चौक बाऊंस के केस लगाने की धमकियों का मामला सामने आया है। इस बारे छात्राओं ने एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन व पुलिस थाना इंदौरा में एक शिकायत पत्र...
इंदौरा (अजीज): इंदौरा क्षेत्र के एक निजि शिक्षण संस्थान पर छात्राओं की छात्रवृत्ति हड़पने, उनका मानसिक उत्पीड़न करने व चौक बाऊंस के केस लगाने की धमकियों का मामला सामने आया है। इस बारे छात्राओं ने एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन व पुलिस थाना इंदौरा में एक शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। छात्राओं ने आरोप लगाते हुए मीडिया को बताया कि शिक्षण संस्थान ने एक बैंक से मिलीभगत कर छात्राओं के खाते खुलवाकर चैक बुक इश्यू करवाकर ब्लैंक चैक रख लिए और अब उनके खाते में जब सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति आई है तो संस्थान छात्रवृत्ति की राशि को निकलवाकर संस्थान को देने के लिए दवाब बना रहा है।
उन्होंने बताया कि कई छात्राओं के खाते में आई स्कॉलरशिप की राशि संस्थान ने ले ली है और अब उन पर अनजाने में दिए गए चैक को लगाकर चैक बाऊंस का केस लगाने की धमकी दी जा रही है, जिससे छात्राओं को मानसिक रूप से उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है। इस बारे रजनी, दीपशिखा, कोमल, तृपता, श्वेता, मोनिका, कोमल, अमन व शांति देवी आदि ने कहा कि यदि यह राशि जो सरकार द्वारा छात्राओं के खाते में आई है, इस पर संस्थान का अधिकार है तो यह संस्थान के खाते में क्यों नहीं आई और अब जब छात्रवृत्ति छात्राओं के खाते में आई है तो संस्थान उस राशि पर अपना अधिकार कैसे बता सकता है। वहीं यदि यह आरोप सच्चे हैं तो जाहिर है संस्थान द्वारा निश्चित रूप से अब तक लाखों रुपये की छात्रवृत्ति हड़प ली गई होगी।
बैंक प्रबंधन की मानें तो 10 साल से अधिक की आयु वर्ग का उपभोक्ता चैकबुक मांग सकता है और उसे दिए गए चैक को नाबालिग उपभोक्ता मात्र अपने लिए प्रयोग कर सकता है, किसी अन्य को चैक नहीं दे सकता। इस बारे एस.एच.ओ. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि छात्राओं ने शिकायत पत्र दिया है। जांच की जा रही है। यदि कुछ संदिग्ध पाया गया तो मुकद्दमा दर्ज किया जाएगा। वहीं एस.डी.एम. इंदौरा गौरव महाजन ने बताया कि वे स्वयं मामले बारे संबंधित बैंक शाखा व संस्थान में गए थे। उन्होंने रिकॉर्ड तलब किया है। आगामी जांच हेतु मामला निदेशक तकनीकी शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा।