Edited By Ekta, Updated: 12 Oct, 2018 04:27 PM
महिलाएं आज किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है लेकिन फिर भी उनके साथ हो रहे अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं जिसकी वजह है उनका खुद को कमजोर और असहाय समझाना। महिलाओं की इसी सोच को बदलने के लिए छात्र संगठन एबीवीपी ने ''मिशन साहसी'' का आगाज किया है।...
शिमला (योगराज): महिलाएं आज किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है लेकिन फिर भी उनके साथ हो रहे अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं जिसकी वजह है उनका खुद को कमजोर और असहाय समझाना। महिलाओं की इसी सोच को बदलने के लिए छात्र संगठन एबीवीपी ने 'मिशन साहसी' का आगाज किया है। एबीवीपी प्रदेश में छात्राओं को निर्भीक और निडर बनाने के लिए आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के साथ-साथ नैतिक तौर पर भी हर परिस्थिति से लड़ने के लिए ट्रेनिंग देगी।
छात्राओं को निर्भीक बनाने के लिए 'मिशन साहसी' का किया आगाज
उन्होंने पूरे देश में छात्राओं को निर्भीक बनाने के लिए 'मिशन साहसी' का आगाज किया है। हिमाचल में भी इस मिशन के तहत 12 से 28 अक्टूबर तक एबीवीपी स्कूल-कॉलेज में छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाएगी, जिसका 31 अक्टूबर जिला व प्रदेश स्तर पर मेगा प्रदर्शन भी होगा। एबीवीपी की प्रदेश प्रान्त मंत्री हेमा ठाकुर ने बताया कि महिलाओं के मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए एबीवीपी राष्टीय स्तर पर अभियान चला रही है।
छात्राओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
प्रदेश में भी छात्राओं को निडर और मजबूत बनाने के लिए एबीवीपी प्रशिक्षण देने जा रही है ताकि महिलाएं सामाजिक बुराइयों का डटकर सामना कर सके। वहीं उनकी दबंगई का वीडियो वायरल होने की घटना पर हेमा ठाकुर ने कहा कि ये मामला एबीवीपी का नहीं है, बल्कि कुछ छात्रों का निजी मामला है। अगर कोई छात्र कुछ भी गलत करता है उसकी छात्र संगठन एबीवीपी भी आलोचना करता है।