Edited By prashant sharma, Updated: 16 Oct, 2020 06:33 PM
प्रदेश में छात्र हित के मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है जिसमें एबीवीपी अपने आंदोलन को अलग-अलग तरीके से आगे बढ़ाएगी।
शिमला (योगराज) : प्रदेश में छात्र हित के मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है जिसमें एबीवीपी अपने आंदोलन को अलग-अलग तरीके से आगे बढ़ाएगी। उसी के तहत आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला शिमला द्वारा शैक्षणिक जगत से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर उपयुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। अभाविप इस धरने के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के छात्र युवाओं व शिक्षा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को ध्यान में रख कर उचित समाधान की मांग करती हैं।
प्रदेश मंत्री राहुल राणा ने हमें बताया कि आज पूरे प्रदेश के प्रत्येक जिला केंद्रों पर भिन्न भिन्न माँगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया, जिसमें केंद्रीय विश्वविद्यालय पंजाब का लोकार्पण भी हो चुका है और अगर बात हिमाचल प्रदेश की करें तो यहाँ पर सभी तक जमीन का एक टुकड़ा तक विश्वविद्यालय को नहीं मिला है। पिछले 11 सालों से राजनीतिक भेंट के कारण केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अभी तक आरम्भ नहीं हुआ है, प्रदेश भर के लगभग सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षकों एवं गैर शिक्षकों की कमी के कारण इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है और प्रदेश में चरमराई चिकित्सा व्यवस्था एवं मेडिकल महाविद्यालयों के आधारभूत ढांचे को सुधारा की भी माँग विद्यार्थी परिषद ने की है।
विद्यार्थी परिषद की प्रमुख मांगे -
1.केंद्रीय विवि के स्थाई परिसर का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कर पूरा किया जाए।
2. कलस्टर विवि, हि.प्र विवि, तकनीकी विवि में शिक्षकों एवं गैर शिक्षकों की भर्ती शीघ्र की जाए।
3. नौणी विवि के भ्रष्ट कुलपति को बर्खास्त किया जाए।
4. निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों का शोषण बंद किया जाए 5. प्रदेश में चरमराई चिकित्सा व्यवस्था एवं मेडिकल महाविद्यालयों के आधारभूत ढांचे को सुधारा जाए।
6. छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाए।
7. एससी एसटी छात्रवृति जल्द जारी की जाए।
8. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम में आ रही अनियमितताओं को शीघ्र सुधारा जाए।
9.जेबीटी कमिशन में जेबीटी छात्रों को प्राथमिकता दी जाए।
राहुल राणा ने कहा कि यदि उपरोक्त मागों को लेकर सकारात्मक कदम जल्द से जल्द प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं उठता है तो आने वाले समय में इससे भी बड़ा आंदोलन खड़ा करने में विद्यार्थी परिषद पीछे नहीं हटेगी। यदि इसके पश्चात भी इन मांगों पर कोई भी संज्ञान न लिया जाता है और केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन पूरे प्रदेश में करेगी।