Edited By Vijay, Updated: 05 Feb, 2019 04:22 PM
जहां पूरे प्रदेश में छात्रहितों के लिए व कॉलेज की समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला, वहीं मंडी में भी छात्र संगठन एबीवीपी ने जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान ए.बी.वी.पी. ने प्रदेश सरकार पर...
मंडी (नीरज/नितेश): जहां पूरे प्रदेश में छात्रहितों के लिए व कॉलेज की समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला, वहीं मंडी में भी छात्र संगठन एबीवीपी ने जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान ए.बी.वी.पी. ने प्रदेश सरकार पर छात्रहितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ए.बी.वी.पी. ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक ज्ञापन भेजा। इस ज्ञापन के माध्यम से मंडी कॉलेज में पार्किंग व लाइब्रेरी की समस्या से सरकार को अवगत करवाया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग उठाई है कि प्रदेश के सभी कॉलेजों में शिक्षा का आधारभूत ढांचा मुहैया करवाना सरकार का कार्य है।
बल्लभ कॉलेज की लाइब्रेरी का किया जाए विस्तार
ए.बी.वी.पी. ने मंडी के सबसे बड़े और पूराने कॉलेज बल्लभ कॉलेज में सरकार व प्रशासन से छात्रों के लिए पार्किंग बनाने का आह्वान किया है। इसके साथ ही ए.बी.वी.पी. ने मांग उठाई है कि बल्लभ कॉलेज मंडी में एक कमरे में चल रही लाइब्रेरी को बड़ा किया जाए ताकि यहां पर पढऩे वाले बच्चों को इसका लाभ मिल सके। ए.बी.वी.पी. ने अपनी मांगों पर गौर न किए जाने की सूरत में आने वाले समय में छात्रों को लमबंद कर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। बता दें कि जिला के जिस कॉलेज में स्वयं वर्तमान मुख्यमंत्री पढ़ें हैं, वहीं पर ए.बी.वी.पी. ने सुविधाएं देने की मांग सरकार से की है। इस धरने-प्रदर्शन के दौरान लगभग 2 दर्जन छात्र नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सुंदरनगर में एस.डी.एम. ऑफिस के बाहर गरजी ए.बी.वी.पी.
उधर, ए.बी.वी.पी. की सुंदरनगर इकाई ने एस.डी.एम. कार्यालय के बाहर मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के जिला संयोजक सचिन चौधरी ने बताया कि सरकार ने मांगों को लेकर अभी तक कोई विचार नहीं किया। ए.बी.वी.पी. ने मांगों में आऊटसोर्सिंग नीति को समाप्त कर उपयुक्त प्रक्रिया अपनाकर विभागों में रिक्त पद भरने, केंद्रीय वि.वि. का जल्द शिलान्यास, अस्थायी परिसरों में मूलभूत सुविधाएं देने, नियामक आयोग और निजी वि.वि. में भ्रष्टाचार एवं शिक्षा के व्यापारीकरण पर रोक लगाने, कृषि वि.वि. पालमपुर और बागवानी वि.वि. नौणी में छात्रों से ली जा रही अत्यधिक फीस कम करने, नियमों के विरुद्ध काम कर रहे नौणी वि.वि. के कुलपति को बर्खास्त करने, छात्रवृत्ति घोटाले की जांच सी.बी.आई. से जल्द शुरू करने, प्रदेश वि.वि. में शोधार्थियों को छात्रवृत्ति देने, छात्र संघ चुनाव बहाल करने, प्रदेश में संस्कृत और खेल वि.वि. की स्थापना जल्द करने साथ ही प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने की मांग भी उठाई है। धरने में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खुशबू गुप्ता, इकाई सचिव विनय ठाकुर सहित 50 कार्यकर्ता मौजूद रहे।