Edited By Ekta, Updated: 11 Aug, 2019 11:58 AM
किसी ने सच ही कहा है कि ''शौक जब जुनून बन जाए तो फिर सफलता दूर नहीं रहती।'' ऐसा ही कुछ हिमाचल के हमीरपुर जिले के दुलेड़ा गांव के अभिषेक कुमार ने कर दिखाया है। उसने असिस्टैंट कमांडैंट की परीक्षा पास की है। अभिषेक के पिता सेवानिवृत्त सैनिक हैं। उसने...
बड़सर: किसी ने सच ही कहा है कि 'शौक जब जुनून बन जाए तो फिर सफलता दूर नहीं रहती।' ऐसा ही कुछ हिमाचल के हमीरपुर जिले के दुलेड़ा गांव के अभिषेक कुमार ने कर दिखाया है। उसने असिस्टैंट कमांडैंट की परीक्षा पास की है। अभिषेक के पिता सेवानिवृत्त सैनिक हैं। उसने यू.पी.एस.सी. की परीक्षा दी थी, जिसमें 2 अगस्त को उसका अंतिम परिणाम घोषित किया गया है।
अभिषेक ने बताया कि उसने मैट्रिक की परीक्षा राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल दांदड़ू से पास की, उसके बाद जमा 2 की परीक्षा प्रदेश पब्लिक स्कूल ऑफ साइंस बणी तथा स्नातक स्तर की परीक्षा डी.ए.वी. जालंधर से पास की। उसने बताया कि उसने कोई भी कोचिंग इस परीक्षा के लिए नहीं ली थी। उसने खुद तैयारी कर परीक्षा पास की है। अभिषेक का कहना है जो प्रतिभागी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें चाहिए कि वे परीक्षा का पाठ्यक्रम लेकर उसके अनुसार तैयारी करें कड़ी मेहनत व लगन से सफलता संभव है। अभिषेक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता रतन चंद, माता शकुंतला के अलावा अपने गुरुजनों को दिया।