देखते ही देखते पानी में बह गई साल भर की फसल

Edited By prashant sharma, Updated: 21 Mar, 2021 10:58 AM

a year long crop was washed away after seeing it

बीती रात पौंग बांध से छोड़े गए पानी के कारण ब्यास दरिया में आई बाढ़ ने मण्ड क्षेत्र के दर्जनों गांव में तबाही मचाई है। लोगों की खेतो में लहलहाती फसलें तबाह हो गई हैं। किसानों की सालभर की कमाई पौंग बांध से छोड़े पानी में बह गई।

डमटाल (सिमरन) : बीती रात पौंग बांध से छोड़े गए पानी के कारण ब्यास दरिया में आई बाढ़ ने मण्ड क्षेत्र के दर्जनों गांव में तबाही मचाई है। लोगों की खेतो में लहलहाती फसलें तबाह हो गई हैं। किसानों की सालभर की कमाई पौंग बांध से छोड़े पानी में बह गई। बाढ़ ग्रस्त प्रभावित लोगों से मिलने के लिए कांगड़ा कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन से लोगों ने मिलकर सरकार, प्रशासन व पौंग बांध प्रबंधन के खिलाफ जमकर रोष व्यक्त किया। पानी से हुई तबाही में सबसे ज्यादा प्रभावित मण्ड, बहादपुर, बड़ाला, हल्ले, राजगिरि भटोली, मलाल, भोग्रवां आदि गांव हुए हैं। स्थानीय किसानों तिरलोक, पवन, करनैल, बलविंदर, रविंदर, बिशम्बर, ओंकार, विक्रम, रणजीत, तरसेम, रशपाल, चमन कुमार, कालू, अमन दीप सिंह, अमित कुमार, सुरिंदर सिंह आदि ने बताया कि पौंग बांध से बीती रात को छोड़े गए पानी के कारण उनकी खेतों में गन्ने की फसल, सरसों और गेंहू की फसल जिसकी मात्र 15 दिनों बाद कटाई होने वाली थी।

पानी के कारण पूरी तरह से नष्ट हो गई है। पानी के कारण ट्यूबवेल में लगी मोटर जल गई मवेशियों के लिए लगाया गया चारा भी तबाह हो गया। किसानों की सालभर की कमाई पानी में बह गई किसानों पर लाखों का कर्ज है। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो गया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी बांध से छोड़े पानी के कारण उनकी फ सलें तबाह हो गई थी जिसकी सरकार न कोई सुध न ली और कोई मुआवजा किसानों को नहीं मिला। इस बार की करीब 600 एकड़ से अधिक की भूमि में लगी करीब 3 से 4 करोड़ की फसल तबाह हो गई। इसके साथ गांव हलेड़ में ख्वाजा पुल का एक पिल्लर पानी के बहाव के कारण धस गया जो कभी भी पुल धराशाई हो सकता जिस पर रोजाना हजारों लोग निकलते हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि बांध से एक साथ छोड़े पानी के बजाय कम मात्रा में निरंतर पानी छोड़ा जाए ताकि क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा न हो। उन्होंने ब्यास दरिया में करीब 200 मीटर लंबी टूटी धुस्सी को पक्का करने की मांग की है ताकि ब्यास का पानी इन बाढग्रस्त क्षेत्र में न पहुँच पाए।

बाढग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे जिला कांगड़ा कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व में रहे नूरपुर के विधायक अजय महाजन ने बताया कि सरकार किसानों की फसलों के हुए नुकसान की तुरन्त प्रभाव से भरपाई करे। इससे पहले भी कई मर्तबा किसानों की फसल पानी से तबाह हो गई लेकिन सरकार ने कोई सबक न लिया। उन्होंने कहा कि सरकार ब्यास दरिया को चैनेलाइज करें। किसानों को आगामी खेती के लिए सरकार मुफ्त बीज व काटनाशक दवाइयां सरकार मुहाइया करवाए। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से ब्यास दरिया में टूटीं धुस्सी जिसको सरकार अभी तक पक्का न करवा पाई है। सरकार की नालायकी दर्शाती है। बाढग्रस्त क्षेत्र में मौका पर पहुंचे एस.डी.एम. इन्दौरा सोमिल गौतम ने बताया कि जल्द ही किसानों के हुए नुकसान का प्रशासन आंकलन करेगा और रिपोर्ट बना उपायुक्त कांगड़ा को प्रेषित कर दी जाएगी। किसानों का करोड़ों का नुकसान हुआ है। वहीं पौंग बांध से छोड़े जाने वाले पानी के लिए भी बांध प्रबन्धन के साथ बैठक कर कोई रणनीति तैयार की जाएगी ताकि बाढ़ वाली स्थिति पैदा न हो सके।
 

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