Edited By Ekta, Updated: 07 Jul, 2019 10:21 AM
करियर चुनने का सही समय 9वीं व 10वीं कक्षा में रहता है। यदि इस समय करियर का सही चुनाव न कर पाएं तो भविष्य में नौकरी को लेकर परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। भविष्य में इसी तरह की परेशानियों से युवा रू-ब-रू न हों, इसके लिए केंद्र सरकार के श्रम एवं रोजगार...
शिमला (राजेश): करियर चुनने का सही समय 9वीं व 10वीं कक्षा में रहता है। यदि इस समय करियर का सही चुनाव न कर पाएं तो भविष्य में नौकरी को लेकर परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। भविष्य में इसी तरह की परेशानियों से युवा रू-ब-रू न हों, इसके लिए केंद्र सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा नैशनल करियर सर्विस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को नौकरी संबंधी जानकारी के साथ-साथ अब नि:शुल्क साइकोमैट्रिक टैस्ट की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। छात्रों को बाजारों में साइकोमैट्रिक टैस्ट के माध्यम से करियर काऊंसलिंग करवाने के लिए 500 रुपए से 1500 रुपए कीमत अदा करनी पड़ती है, लेकिन अब नैशनल करियर सर्विस पोर्टल पर यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी विशाल शर्मा ने बताया कि 9वीं एवं 10वीं कक्षा के छात्रों को अपनी पसंद का करियर चुनने में अक्सर कठिनाई आती है। छात्र अपने दोस्तों, रिश्तेदारों एवं माता-पिता द्वारा प्रभावित होकर ही अपने करियर का चुनाव करते रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप वे न अपनी प्रतिभा पहचान पाते हैं और न ही अपनी पसंद का करियर चयन कर पाते हैं। इसी समस्या के निदान के लिए श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नैशनल करियर सर्विस पोर्टल पर साइकोमैट्रिक टैस्ट की सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जा रही है।
कोई भी छात्र या बेरोजगार टैस्ट में ले सकते हैं भाग
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी विशाल शर्मा ने बताया कि कोई भी छात्र या बेरोजगार युवक एन.सी.एस. पोर्टल पर अपना अकाऊंट बनाने के पश्चात इस टैस्ट में भाग ले सकते हैं। टैस्ट अपीयर करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार होकर आपके एन.सी.एस. अकाऊंट में आएगी, जिसको ध्यान से पढऩे पर आप अपना करियर इंट्रस्ट जान पाएंगे। यदि कोई छात्र रिपोर्ट समझने में सफल नहीं हो पाता है या करियर काऊंसलिंग की सुविधा का लाभ उठाना चाहता है तो वह बेझिझक मॉडल करियर सैंटर क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय शिमला में संपर्क कर सकता है।