Edited By Ekta, Updated: 30 Sep, 2018 10:24 AM
कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी और जनजातीय विकास मंत्री डा. राम लाल मारकंडा ने कहा है कि लाहौल-स्पीति जिला में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी से सेब के 80 प्रतिशत से अधिक पौधे पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और जिले में लगभग 90 प्रतिशत विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से...
कुल्लू (ब्यूरो): कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी और जनजातीय विकास मंत्री डा. राम लाल मारकंडा ने कहा है कि लाहौल-स्पीति जिला में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी से सेब के 80 प्रतिशत से अधिक पौधे पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और जिले में लगभग 90 प्रतिशत विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प हो गई है। लाहौल घाटी में लगभग एक हफ्ते तक राहत व बचाव कार्यों की निगरानी के बाद शनिवार को मनाली में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डा. राम लाल मारकंडा ने बताया कि इस अवधि में 5000 से अधिक लोगों को विभिन्न स्थानों विशेषकर बारालाचा, पटसेऊ, भरतपुर, सरचू, कोकसर, बातल, छोटा दड़ा और छतड़ू से सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने बताया कि इस व्यापक बचाव अभियान में लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन के अलावा कुल्लू जिला प्रशासन, थल सेना, वायु सेना, बी.आर.ओ. और स्थानीय जनता ने भी सराहनीय योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लगातार उनके संपर्क में रहे और उन्होंने सरकार की ओर से हरसंभव सहायता प्रदान की। उन्होंने कहा कि वर्ष 1955 के बाद पहली बार हुई इतनी ज्यादा बर्फबारी से लाहौल-स्पीति जिले में भारी तबाही हुई है। उन्होंने कहा कि बिजली की आपूर्ति को 10 दिन में बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाएगा। इसमें स्थानीय जनता भी विद्युत कर्मचारियों का भरपूर सहयोग करेगी। रोहतांग को बहाल करने के लिए भी बी.आर.ओ. को युद्ध स्तर पर कार्य करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि भारी बर्फबारी ने सेब के बगीचों को बुरी तरह तहस-नहस कर दिया है। उन्होंने कहा कि जिला के सभी बागवानों को सेब के पौधे मुफ्त दिए जाएंगे और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी।