Edited By kirti, Updated: 13 Mar, 2020 12:40 PM
हजारों लोगों की आस्था का प्रतीक मारकंडा नदी को साफ करने के लिए प्रशासन विशेष सफाई अभियान शुरू कर रहा है। पवित्र मारकंडा नदी से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है मगर यह नदी मौजूदा समय में दूषित हो चुकी है।
नाहन (सतीश शर्मा) : हजारों लोगों की आस्था का प्रतीक मारकंडा नदी को साफ करने के लिए प्रशासन विशेष सफाई अभियान शुरू कर रहा है। पवित्र मारकंडा नदी से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है मगर यह नदी मौजूदा समय में दूषित हो चुकी है। मारकंडा नदी से हिमाचल सहित पड़ोसी राज्य हरियाणा के लोगों की भारी आस्था जुड़ी हुई है। लोग अक्सर नदी किनारे यहां पूजा करते नजर आते हैं।
मौजूदा समय में नदी के हालात बाद से बदतर हो चुके है। नदी को स्वच्छ बनाने के अपने लक्ष्य की ओर एक ओर कदम बढ़ाते हुए जिला प्रशासन द्वारा 14 मार्च को स्वच्छ मारकण्डे अभियान की शुरूआत की जाएगी, जिसमें 7 पंचायतों के लगभग 2 हजार लोग व विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल होकर मारकण्डे नदी की सफाई करेंगे।
हिमाचल प्रदेश की 7 प्रदूषित नदियों में मारकण्डे नदी भी शामिल है और इस नदी को प्रदूषण मुक्त करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। इस नदी में प्रदूषण का मुख्य कारण फैक्ट्रियों से निकलने वाला दूषित पानी व घरों से निकला कचरे में साथ साथ सिवरेज वेस्ट है। सफाई अभियान में 7 पंचायतो के लोग अपनी भागीदारी देंगे उपायुक्त सफाई अभियान का शुभारम बोहलियो से करेंगे जो मारकंडा नदी का उद्गम स्थल है ।
अभियान के मद्देनजर 2 टीमें बनाई गयी है जिनमें एक टीम उपायुक्त के नेतृत्व में बोलियों पंचायत से तथा दूसरी टीम अतिरिक्त उपायुक्त के नेतृत्व में कालाअंब पंचायत से सफाई करेगी। इस अभियान के दौरान नदी किनारे ऐसे पौधे रोपित किए जाएंगे, जिनसे नदी के पानी को शुद्व बनाने में सहायता मिलेगी।