Edited By Vijay, Updated: 07 Mar, 2020 10:53 PM
यस बैंक पर आए आर्थिक संकट के बीच प्रदेश के कई सरकारी विभागों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। इस बैंक में प्रदेश के सरकारी विभागों का करीब 300 करोड़ रुपए फंसा हो सकता है। इसी तरह कारोबारियों के साथ आम आदमी की भी बैंक में राशि जमा है।
शिमला (ब्यूरो): यस बैंक पर आए आर्थिक संकट के बीच प्रदेश के कई सरकारी विभागों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। इस बैंक में प्रदेश के सरकारी विभागों का करीब 300 करोड़ रुपए फंसा हो सकता है। इसी तरह कारोबारियों के साथ आम आदमी की भी बैंक में राशि जमा है। बैंक में सरकारी विभागों की करोड़ों रुपए की राशि फंसे होने से प्रदेश में विकास कार्य पर विराम लग सकता है तथा संबंधित विभाग की वित्तीय परेशानियां भी बढ़ सकती हैं। इसे देखते हुए सरकारी विभागों के हाथ-पांव फूल गए हैं।
सरकारी स्तर पर जुटाए जा रहे आंकड़े
यस बैंक पर आए इस आर्थिक संकट के बीच सरकारी स्तर पर स्थिति का आकलन किया जा रहा है। सरकारी स्तर पर यह आंकड़े जुटाए जा रहे हैं कि बैंक में किस विभाग की कितनी राशि फंसी है। जानकारी यह भी है कि हिमाचल प्रदेश को-आप्रेटिव बैंक की करोड़ों रुपए की राशि भी इसमें फंसी हो सकती है। चूंकि यस बैंक अधिक ब्याज देता था, इसी कारण सरकारी विभाग और कारोबारी भी इसमें अपना धन रखने को तरजीह देते थे। उल्लेखनीय है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक में निकासी की सीमा को 50 हजार रुपए निर्धारित किया है।
घबराए नहीं, जल्द निकल आएगा समस्या का समाधान : प्रबोध सक्सेना
प्रधान सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना ने संपर्क करने पर कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस समस्या का जल्द समाधान निकल आएगा। उन्होंने माना कि बैंक में सरकारी विभागों का 300 करोड़ रुपए फंसा हो सकता है।