Edited By Ekta, Updated: 26 Sep, 2018 09:25 AM
प्रदेश में 65 घंटे से हो रही बारिश के कारण 730 से ज्यादा कच्चे व पक्के मकान, 230 भेड़-बकरियां, 280 से ज्यादा कऊशैड जमींदोज हुए हैं। इस दौरान 220 करोड़ से ज्यादा की संपति भी बर्बाद हुई है। अकेले पी.डब्ल्यू.डी. महकमे को इन 3 दिनों के दौरान 170 करोड़...
शिमला (देवेंद्र हेटा): प्रदेश में 65 घंटे से हो रही बारिश के कारण 730 से ज्यादा कच्चे व पक्के मकान, 230 भेड़-बकरियां, 280 से ज्यादा कऊशैड जमींदोज हुए हैं। इस दौरान 220 करोड़ से ज्यादा की संपति भी बर्बाद हुई है। अकेले पी.डब्ल्यू.डी. महकमे को इन 3 दिनों के दौरान 170 करोड़ की चपत लगी है। इसी के साथ पी.डब्ल्यू.डी. का नुक्सान बढ़कर 887.91 करोड़ पहुंच गया है। इस तरह पूरे मानसून सीजन के दौरान 1400 करोड़ से अधिक की संपति को बरसात तबाह कर चुकी है। प्रदेशभर में 3 दिन की बारिश से 619 सड़कें बंद हो गई हैं। इससे 500 से अधिक बस रूट प्रभावित हुए हैं। अकेले शिमला जोन में 294 सड़कें, मंडी जोन में 92, हमीरपुर जोन में 112 सड़कें तथा कांगड़ा जोन में 121 सड़कें अवरुद्ध पड़ी हैं।
पी.डब्ल्यू.डी. का दावा है कि प्रदेशभर में 639 जे.सी.बी., डोजर और टिप्पर बंद पड़ी सड़कों को बहाल करने में जुटे हुए हैं। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और आई.आई.टी. रुड़की के छात्रों का दल सुरक्षित बताया जा रहा है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का एक 22 सदसीय दल उदयपुर के दौरे पर था। आपदा प्रबंध प्रकोष्ठ के मुताबिक इस दल के 15 सदस्यउदयपुर के मेदग्राम गांव में साजे राम के घर पर सुरक्षित बताए जा रहे हैं जबकि 7 सदस्य जिला मुख्यालय में केलांग के न्यू जिप्सा होटल में ठहरे हुए हैं। इसी तरह आई.आई.टी. रुड़की के 40 से 50 छात्र भी सुरक्षित बताए जा रहे है।