Edited By Vijay, Updated: 09 Sep, 2018 09:48 PM
हिमाचल प्रदेश पंचायती विभाग में कार्यरत सिलाई अध्यापिकाओं की प्रदेश स्तरीय बैठक रविवार को श्री गुरु सिंह सभा ज्वाली के हाल में हुई, जिसमें प्रदेशाध्यक्ष नीलम वर्मा ने विशेषतौर पर शिरकत की।
ज्वाली: हिमाचल प्रदेश पंचायती विभाग में कार्यरत सिलाई अध्यापिकाओं की प्रदेश स्तरीय बैठक रविवार को श्री गुरु सिंह सभा ज्वाली के हाल में हुई, जिसमें प्रदेशाध्यक्ष नीलम वर्मा ने विशेषतौर पर शिरकत की। नीलम वर्मा ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 1997 में पंचायत स्तर पर सिलाई अध्यापिकाओं की नियुक्ति की थी और मौजूदा समय में प्रदेश में करीब 2000 अध्यापिकाएं हैं, जोकि नियमितीकरण की राह ताक रही हैं। उन्होंने कहा कि उनको अनुबंध पर 22 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी नियमित नहीं किया गया है। नीलम वर्मा ने कहा कि एक तरफ तो सरकार महिला हितैषी होने का दम भरती है तो दूसरी तरफ सिलाई अध्यापिकाओं की अनदेखी सरकार के दावों की पोल खोल देती है।
सुनने की बजाय अनसुनी कर दी जाती है मांग
उन्होंने कहा कि महिलाएं होने के कारण ही उनकी मांग को सुनने की बजाय अनसुना कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सिलाई अध्यापिकाएं अपनी मांगों को लेकर पूर्व कांग्रेस सरकार के मुखिया से कई बार मिलीं, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिले जबकि नियमितीकरण के लिए कोई पॉलिसी नहीं बनाई गई। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर मिल चुकी हैं और इस बार भी सरकार उनके नियमितीकरण हेतु ठोस नीति बनाने का आश्वासन दे रही है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज मंत्री से भी मांग उठाई गई है। उन्होंने कहा कि सिलाई अध्यापिकाएं सुबह 10 बजे से लेकर सायं 5 बजे तक सिलाई सिखाने के अलावा पंचायत सहायक का भी कार्य करती हैं।
पंचायत सहायकों के पदों पर दी जाए नियुक्ति
उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि पंचायतों में रिक्त पड़े पंचायत सहायकों के पदों पर उनकी नियुक्ति की जाए और नियमितीकरण हेतु ठोस नीति बनाई जाए। इस मौके पर ब्लॉक ज्वाली से सीना, रीना, हरबंस, कुसुस, सुषमा, इंदौरा से रेणु, फतेहपुर से कुलवीर, अंजू, मजूसा, रीना, रमा, ममता, मधु, नीलम, बिमला, दर्शना, मोनिका, सुभाषना, ज्योति, नूरपुर से सुरजीत, सुखदेव कौर, जीवन लता, सुरेखा, मंजू, रजु सजित काफी संख्या में सिलाई अध्यापिकाओं ने भाग लिया।