Edited By Vijay, Updated: 30 Dec, 2018 05:01 PM
औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी श्रम कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठी महिला कामगार सोनिका के साथ 2 और महिलाओं ने उक्त उद्योग के जी.एम. पर आरोप लगाए हैं। अब ये दोनों महिलाएं भी आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। आमरण अनशन के दूसरे दिन दोनों महिलाएं धमिंता व किरन...
बद्दी: औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी श्रम कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठी महिला कामगार सोनिका के साथ 2 और महिलाओं ने उक्त उद्योग के जी.एम. पर आरोप लगाए हैं। अब ये दोनों महिलाएं भी आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। आमरण अनशन के दूसरे दिन दोनों महिलाएं धमिंता व किरन देवी का कहना है कि जैसा सोनिका के साथ हुआ है, वैसा ही हमारे साथ भी हो चुका है। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उद्योग से बाहर का रास्ता दिखा दिया। श्रम विभाग, पुलिस विभाग व महिला आयोग के पास भी शिकायत दी परन्तु उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में उन्हें अपनी इज्जत बचाने व घरवालों के दबाव के चलते अपना मुंह बंद करना पड़ा।
दर्जनों महिलाएं हुई हैं शोषण का शिकार
उन्होंने कहा कि उक्त उद्योग के शोषण का दर्जनों महिलाएं शिकार हुई हैं। सोनिका के कदम के बाद अभी तो हम बाहर निकली हैं परन्तु जैसे आंदोलन तेज होता जाएगा, शोषित महिलाओं का काफिला बढ़ता जाएगा। धरने पर बैठी सोनिका का कहना है कि पुलिस विभाग व उद्योग प्रबंधन कहता है कि मैं झूठ बोल रही हूं। माना कि मैं झूठ बोल रही हूं तो क्या अनशन के दौरान दूसरे दिन जुड़ी दोनों महिलाएं भी झूठ बोल रही हैं।
उद्योग प्रबंधन प्रबंधन से चल रही बात
श्रम अधिकारी बद्दी मनीश करोल का कहना है कि अनशन पर बैठी महिला कामगार को न्याय दिलाने की कोशिश की जाएगी और जल्द ही इसका फैसला करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उद्योग प्रबंधन से महिला कामगार को वापस उद्योग में काम पर लेने के लिए बात चल रही है।