Edited By Ekta, Updated: 31 Dec, 2018 02:17 PM
बिलासपुर शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन करना वाहन चालकों की आदत बन चुकी है। इसे वाहन चालकों में जागरूकता की कमी कहा जाए या फिर पुलिस की लापरवाही। वजह जो भी हो लेकिन ट्रैफिक पुलिस की इस वर्ष की वार्षिक रिपोर्ट के आंकड़े यही कुछ कह रहे हैं। ट्रैफिक...
बिलासपुर (प्रकाश): बिलासपुर शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन करना वाहन चालकों की आदत बन चुकी है। इसे वाहन चालकों में जागरूकता की कमी कहा जाए या फिर पुलिस की लापरवाही। वजह जो भी हो लेकिन ट्रैफिक पुलिस की इस वर्ष की वार्षिक रिपोर्ट के आंकड़े यही कुछ कह रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में 13,000 से ज्यादा वाहन चालकों के चालान किए गए हैं तथा इन वाहन चालकों से 65 लाख रुपए से अधिक जुर्माना वसूला गया है। वहीं 151 बिगड़ैल चालकों के ड्राइविंग लाइसैंस अस्थायी निलंबित किए गए हैं लेकिन इसके बावजूद बिगड़ैल चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटी ट्रैफिक पुलिस ने इस वर्ष प्रतिदिन औसतन 50 वाहनों के चालान किए हैं तथा इस वर्ष डोप्लर राडार व ब्रीथ एनालाइजर का उपयोग कर बिगड़ैल चालकों पर कार्रवाई हेतु उनके चालान किए हैं लेकिन इसके बावजूद शहर की सड़कों पर वाहन चालकों द्वारा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना जारी है। ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष बिना सीट बैल्ट के कार चलाने पर सबसे अधिक चालान किए गए हैं। वहीं बिना हैल्मेट के दोपहिया वाहन चालक दूसरे नंबर पर हैं। वहीं सबसे अधिक चालान काटने की श्रेणी में शहर की सड़कों पर ओवर स्पीड में वाहन चलाने वाले तीसरे स्थान पर हैं।
बढ़ रहा जुर्माना, असर कोई नहीं
जुर्माना वसूलने के मामले में सिटी ट्रैफिक पुलिस लगातार अपना रिकार्ड तोड़ रही है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष ट्रैफिक पुलिस ने दोगुना जुर्माना वसूला है लेकिन इसके बावजूद यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है।
कार वाले सबसे लापरवाह
शहर की सड़कों पर ट्रैफिक नियमों को रौंदने में कार वाले सबसे आगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2,815 कार चालकों के चालान काटे गए हैं जबकि 1,157 दोपहिया वाहन चालकों के चालान काटे गए हैं। शहर में नो-पार्किंग जोन में वाहन खड़े करने के 840 चालान काटे गए हैं। इसके अतिरिक्त शराब पीकर, बिना लाइसैंस व ड्राइव करते समय मोबाइल का इस्तेमाल करना भी शहर के चालकों के लिए आम बात बन गई है।
रफ्तार पर अंकुश नहीं
तमाम कोशिशों के बावजूद शहर की सड़कों पर जानलेवा रफ्तार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पुलिस ने इस वर्ष 1,197 वाहन चालकों का ओवर स्पीड के लिए चालान काटा है लेकिन शहर में युवा वाहन चालक ओवर स्पीड में वाहन चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।