Edited By kirti, Updated: 27 Aug, 2018 03:11 PM
अपातकाल में लोगों की जान बचाने के लिए सरकार द्वारा 108 एम्बुलेंस सेवा की शुरूआत की गई है, लेकिन ये अपने मकसद में पूरी तरह से कामयाब नहीं हो पा रही है। शहर में कई बार ऐसे मौके अाए हैं, जब लोगोें को मुसीबत में एम्बुलेंस की जरूरत रही, लेकिन समय पर...
शिमला(राजीव): अपातकाल में लोगों की जान बचाने के लिए सरकार द्वारा 108 एम्बुलेंस सेवा की शुरूआत की गई है, लेकिन ये अपने मकसद में पूरी तरह से कामयाब नहीं हो पा रही है। शहर में कई बार ऐसे मौके अाए हैं, जब लोगोें को मुसीबत में एम्बुलेंस की जरूरत रही, लेकिन समय पर सुविधा नहीं मिलने के कारण पीड़ित की जान चली गई। एेसा ही कुछ शिमला के टुटू में हुअा है। जहां एक व्यक्ति की सोमवार सुबह अचानक तबियत खराब हो गई। जबकि जहां PHC टुटू के सामने यादगार में 108 रोजाना रूटीन में खड़ी होती है,वहां खड़ी पाई गई।
वहीं जैसे ही व्यक्ति को आपातकाल स्थिति में अस्पताल पहुंचाने के लिए उसके बेटे राजीव ने108 पर फोन किया तो जवाब मिला एम्बुलेंस खराब पड़ी है, जिसके बाद निजी गाड़ी से आईजीएमसी ले जाया गया लेकिन वहा पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस समय पर मिल जाती तो उनके पिता की जान बच सकती थी। दूसरी ओर विकास समिति टुटू के अध्यक्ष नागेन्द्र गुप्ता का 108 संचालन प्रबंधन पर आरोप है कि झूठी जानकारी दी गई है यदि एम्बुलेंस खराब होती तो ऐसे रोजाना की स्थति में पार्क न होती।