Edited By Jinesh Kumar, Updated: 19 Sep, 2020 05:02 PM
जनजातीय क्षेत्र पांगी में पिछले एक साल से 102 व 108 एंबुलेंस सेवा बंद पड़ी है।
पांगी (राणा): जनजातीय क्षेत्र पांगी में पिछले एक साल से 102 व 108 एंबुलेंस सेवा बंद पड़ी है। जिस कारण मरीजों को लाने व पहुंचाने में काफी दिक्कतें पेश आ रही है। मौजूद समय में पांगी घाटी में 108 एंबुलेंस के कर्मचारी तो है लेकिन एंबुलेंस खराब होने के कारण सभी कर्मचारियों को जिला मुख्यालय में सेवाएं देने के लिए शिफ्ट किया जा रहा है। इस संबंध में 108 एंबुलेंस प्रबंधक द्वारा पांगी के सभी 108 कर्मचारियों को आदेश जारी कर दिए गए है। पांगी घाटी में 102 पिछले साल एक सड़क हादसे के कारण किलाड़ में खटारा बनकर खड़ी रखी गई है। साथ ही 108 एंबुलेंस जनवरी माह के बाद सिविल अस्पताल के बाहर खराब हुई है। जिसके बाद प्रबंधक द्वारा उसे सुचारू करवाने के कोई रूची नहीं दिखाई है। ऐसे में इसका खमियाजा पांगी के तीस हजार बाशिंदों को भुगतना पड़ रहा है। यह भी नहीं है कि इसके बार में सिविल अस्पताल किलाड़ प्रबंधक द्वारा कंपनी को अगवत न करवाया हो, प्रबंधक द्वारा 108 के उच्च अधिकारियों को फोन व पत्र लिखकर कई बार सूचित किया गया है। लेकिन उसके बावजूद भी पांगी में बंद पड़ी एंबुलेंस सेवा सुचारू नहीं हो पाई ऐसे में पांगी के ग्रामीणा क्षेत्रों से मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में काफी दिक्कतें पेश आती है।
सबसे बड़ी समस्या उस समय पेश आती है, जब गांव तक बस योग्य सड़क न होने कारण मरीजों को बस तक लाने के लिए पीठ और पालकी का सहारा लेना पड़ता है। ऐसी नौवत पांगी की जनता पिछले 70 सालों से आ रही है। लेकिन फिर भी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। पांगी घाटी में मौजूदा समय में सिविल अस्पताल प्रबंधक की एक एंबुलेंस होने पर उसे रेफर मरीजों को पहुंचाने के लिए लगाया गया है। जोकि गर्मियों के समय चम्बा व सर्दियों के समय किश्तवाड़ रूट चलाई जाती है। ऐसे में पांगी घाटी में एक भी एंबुलेंस न होने के कारण मरीजों को निजी वहान में किराया चुका कर उसे अस्पताल तक पहुंचाना पड़ता है।