Edited By Updated: 28 Sep, 2016 04:28 PM
सदी के महान लेखक खुशवंत सिंह के प्रशंसकों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है।
कसौली (सोलन): सदी के महान लेखक खुशवंत सिंह के प्रशंसकों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। बता दें कि लेखक खुशवंत सिंह जिस पगडंडी से पैदल सफर तय करके कालका से कसौली पहुंचते थे, उस पगडंडी कालका ओल्ड ट्रेल का नाम अब देशभर में खुशवंत सिंह ट्रेल के नाम से जाना जाएगा। जानकारी के मुताबिक खास बात यह है कि 14 नवंबर को खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के आगाज के साथ मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ट्रेल का लोकार्पण करेंगे।
यह जानकारी खुशवंत सिंह के बेटे राहुल सिंह ने दी है। उन्होंने कहा कि खूबसूरत कसौली में सिंह अकसर सुकून के पलों में इसी मार्ग पर चिंतन के साथ एडवेंचर करते हुए अपनी कोठी राजविला तक का सफर तय करते थे।
एक ओर हड़ाली पाकिस्तान में उनके प्राइमरी स्कूल की मरणोपरांत उनकी राख से मरम्मत हुई है, वहीं उनके नाम पर कालका ओल्ड ट्रेल का लोकार्पण होना गर्व की बात है। वहीं खुशवंत सिंह ने ट्रेन टू पाकिस्तान जैसी कालजयी पुस्तक और अन्य ऐतिहासिक किताबें भी यहां ही लिखी हैं। उनके इस योगदान को देखते हुए उनके बेटे राहुल सिंह ने उनके नाम से ही लिटफेस्ट की शुरुआत उनके जिंदा रहते ही 2012 में कर दी थी और कसौली को इसके लिए चुना।
खास बात यह है कि कालका से लेकर कसौली तक यह मार्ग नाइन मील के नाम से भी जाना जाता है। अंग्रेजों के भारत में आने के बाद इस मार्ग को तैयार किया गया था। इतना ही नहीं 1857 के हिमाचल के विद्रोह में भी इसका जिक्र मिलता है।