Edited By Updated: 25 Apr, 2016 04:23 PM
हिमाचल में अनेक ऐतिहासिक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं, जहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु न केवल प्रदेश बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी पहुंचते हैं।
नाहन: हिमाचल में अनेक ऐतिहासिक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं, जहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु न केवल प्रदेश बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी पहुंचते हैं। ऐसे ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में शुमार है प्रसिद्ध ऐतिहासिक चूड़धार। जहां बर्फ से पहाड़ियां ढकी रहती हैं। आपको बता दें कि दिसम्बर महीने में यहां बर्फ पड़ने के बाद यात्रा बंद हो जाती है। समतल क्षेत्रों में गर्मी से राहत पाने के लिए यहां श्रद्धालु परिवार सहित पहुंचने लगे हैं। हालांकि मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर तक की चढ़ाई पैदल ही करनी पड़ती है लेकिन कई किलोमीटर की चढ़ाई भी उनकी श्रद्धा को नहीं तोड़ सकती और श्रद्धालु यहां दर्शनों के लिए पंहुचते हैं।
सिरमौर के कुलिष्ट देवता के रूप में प्रसिद्ध है मंदिर
स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चूड़धार में शिरगुल देवता का मंदिर है, जोकि उनके कुलिष्ट देवता के रूप में पूजे जाते हैं। जैसे ही यहां बर्फ से ढके रास्ते गर्मियों में खुलते हैं तो चूड़धार में सिरमौर, शिमला, हरियाणा व उत्तराखंड से भी लोग पहुंचते हैं।
भगवान शिव ने पिंडी में लिया है स्थान
मंदिर के पुजारी की मानें तो चूड़धार शिरगुल देवता का मंदिर है तथा यहां भगवान शिव ने पिंडी में स्थान लिया है, जिस कारण से इन्हें शिरगुल महादेव के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बताया कि चूड़धार समिति द्वारा मंदिर का संचालन किया जाता है और श्रद्धालुओं की सुविधा का भी ध्यान रखा जाता है।