Edited By Updated: 24 Aug, 2016 04:01 PM
नेत्र व बबली की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है।
नाहन (सतीश शर्मा): नेत्र व बबली की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में उचित कार्रवाई की मांग करते हुए हजोरों लोगो ने शिलाई में कैंडल मार्च निकाला। बच्चे क्या, बड़े-बूढ़े क्या हर कोई यहां न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतरता दिखा। कैंडल मार्च में करीब 4 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। लोग सुबह से ही शिलाई पहुंचने शुरू हुए। कैंडल मार्च में दोनों मृतकों के परिजन भी मौजूद रहे।
लोगों का कहना है कि बबली व नेत्र सिंह की मौत हादसा नहीं बल्कि हत्या है। गौरतलब है कि 15 अगस्त को शिलाई की सुइनल निवासी बबली व सतोन निवासी नेत्र सिंह लापता हो गए थे और 2 दिन बाद संदिग्ध हालत में सिरमौरी ताल में उनके शव एक खड्ड से बरामद हुए थे। वहीं अभी तक पुलिस इस मामले को एक हादसा लेकर आगे बढ़ रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। लोगों ने यह भी मांग की मामले की जांच सी.आई.डी. या किसी अन्य एजेंसी को सौंपी जाए।
लोगों ने एस.डी.एम. शिलाई विकास शुक्ल को ज्ञापन सौंपकर 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि अगर इस अवधि के भीतर ठोस कार्रवाई न हुई तो उन्हें मजबूरन धरने प्रदर्शन व चक्का जाम के लिए मजबूर होना पड़ेंगा। लोगों का कहना है की पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। वहीं एस.डी.एम. शिलाई विकाश शुक्ला ने लोगों को उचित जांच का आश्वासन दिया है। बबली व नेत्र सिंह की मौत मामले पर क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों के हजारों लोग एक मंच पर आ गए है। ऐसे में अगर स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो सरकार को यहां बड़े विरोध से गुजरना पड़ सकता है।