Edited By Updated: 26 Jul, 2016 09:45 PM
प्रदेश के सोलन जिला के जाबली, कसौली निवासी 43 वर्षीय रामकिशन जो श्रीखंड महादेव कैलाश यात्रा के लिए इस वर्ष पहली बार अपने 10 अन्य साथियों के साथ आए था.....
रामपुर बुशहर: प्रदेश के सोलन जिला के जाबली, कसौली निवासी 43 वर्षीय रामकिशन जो श्रीखंड महादेव कैलाश यात्रा के लिए इस वर्ष पहली बार अपने 10 अन्य साथियों के साथ आए था, पर भोले शंकर की इस कदर कृपा बरसी जिसे देख वह स्वयं आश्चर्यचकित हुआ।
रामकिशन ने बताया कि वह पिछले करीब 20 वर्षों से -7.1 नंबर का चश्मा पहनता था तथा बिना चश्मे के वह एक कदम भी नहीं चल पाता था। श्रीखंड यात्रा के लिए भी वह अपना चश्मा पहने निकला था, यात्रा के मध्य जब वह नैन सरोवर पहुंचा तो वहां के पवित्र जल से उसने जैसे ही अपनी आंखें धोईं तो उसकी आंखों में एकदम नई चमक आई। उसके उपरांत उसने पाया कि उसकी आंखों की पूरी रोशनी लौट आई है और अब बिना चश्मे के भी साफ देख पा रहा है। इसके बाद रामकिशन ने पूरी यात्रा बिना चश्मे के तय की तथा उसका बरसों पुरानी सिरदर्द भी छूमंतर हो गई।
कसौली के विनएस रिजोर्ट में कार्यरत रामकिशन ने फ ोन पर बताया कि यात्रा से लौटने के बाद भी अब उसे चश्मे की बिल्कुल भी जरूरत नहीं रह गई है और न ही उनके सिर में कोई दर्द है। रामकिशन ने बताया कि वह नैन सरोवर से चलकर जब 18700 फुट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव के पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर रहा था तो भोले के इस चमत्कार पर फू ट-फूट कर रो पड़ा। भोले नाथ की इस कृपा की इलाके में खूब चर्चा है। रामकिशन को बिना चश्मे के देखकर हर कोई हैरान है। रामकिशन ने बताया कि श्रीखंड यात्रा पर जाने के लिए उसके होटल मालिक सुनित दीप चड्ढा ने उसे प्रेरित किया। स्वयं चड्ढा भी उनके साथ इस यात्रा में शामिल थे।