Edited By Updated: 25 Sep, 2016 09:37 AM
हिमाचल प्रदेश के राज्य में इस बरसात से अब तक करीब 880 करोड़ रुपए की चल-अचल सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचा...
शिमला: हिमाचल प्रदेश के राज्य में इस बरसात से अब तक करीब 880 करोड़ रुपए की चल-अचल सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचा है। इसमें सबसे अधिक करीब 230 करोड़ रुपए का नुक्सान जिला कांगड़ा को हुआ है। साथ ही भू-स्खलन, बादल फटने और बाढ़ आने सहित अन्य कारणों से करीब 40 लोगों की जान भी गई है।
इसी तरह 136 पशुओं को भी बरसात के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी है। बरसात से लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक करीब 607 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है जबकि आई.पी.एच. को 152 करोड़ रुपए, ऊर्जा क्षेत्र को 7 करोड़ रुपए, बागवानी को 16 करोड़ रुपए, कृषि को 7 करोड़ रुपए और शिक्षा विभाग को करीब 1 करोड़ रुपए तक की चपत लगी है।
राज्य में गत 3 वर्ष के दौरान अब तक बरसात से 250 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। हर साल नुक्सान का आंकड़ा करीब एक हजार करोड़ तक पहुंचता है। वर्ष, 2013-14 में 293.20 करोड़ रुपए, वर्ष, 2014-15 में 222.83 करोड़ रुपए और वर्ष, 2015-16 के दौरान 307.53 करोड़ रुपए की केंद्र से मदद मिली।
इस तरह 3 साल के दौरान कुल 826.56 करोड़ रुपए की मदद प्राप्त हुई। विशेष सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन डी.डी. शर्मा का कहना है कि राज्य में बरसात के दौरान हुए नुक्सान की भरपाई के लिए सभी प्रभावी पग उठाए गए हैं।