Edited By Punjab Kesari, Updated: 21 Feb, 2018 11:59 AM
हौसले बुलंद हों तो बिना पंखों के भी उड़ा जा सकता है, इसका जीता जागता उदाहरण है हिमाचल का सतीश कुमार। वह दिव्यांग होते हुए भी हिम्मत ना हारने वालों में से है। उसने अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा हैं।