Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Mar, 2018 03:49 PM
आजकल गाए जाने वाले ज्यादातर पंजाबी गीतों में नशा, हथियारों, शराब, लड़ाईयां व अश्लीलता ....
जालंधरः आजकल गाए जाने वाले ज्यादातर पंजाबी गीतों में नशा, हथियारों, शराब, लड़ाईयां व अश्लीलता पेश की जा रही है। सुझवान पंजाबी इस गलत रूझान के बारे में फिकर तो जताते है, लेकिन इसके खिलाफ कोई ठोस कारवाई नहीं करते। लेकिन अब एक संस्था ‘सुरखाब मैलोडीज’ ने अश्लील, लच्चर एवं गुमराह करने वाले गीतों के खिलाफ एक सभ्याचारक जंग की शुरूआत की है।
‘सुरखाब मैलोडीज’ ने एेलान किया है कि उनकी संगीत कम्पनी सिर्फ और सिर्फ सभ्याचारक गीतों एवं लोक गीतों को ही उत्साहित करेगी। एक प्रैस कांन्फ्रैस में बताया कि ‘सुरखाब मैलोडीज’ के सीईओ सरदान परविंदर सिंह ने कहा कि ‘सुरखाब मैलोडीज’ अपना पहला परिवारिक और सभ्याचारिक गीत ‘सरदारनी’ 23 मार्च को अलग-अलग टीवी चैनलों द्वारा रिलीज किया है। सभ्यचारक गीत ‘सरदारनी’ को अपनी खुबसुरत आवाज में गाने वाली ‘किरणजीत’ के पास से बेशक भगवान ने उसकी आखों की रोशनी छीन ली लेकिन उसकी मिठी और सुरीली आवाज संगीत प्रेमियों के दिलों को छुने की जबरदस्त ताकत रखती है।‘किरणजीत’ ने ‘सुरखाब मैलोडीज’ की इस सभ्याचारक मुहिम की तारीफ की एवं शानदार भविष्य की कामना करते समूह पंजाबियों और संगीत प्रेमियों को साफ सुथरा और सभ्याचारक संगीत सुनने और देखने की अपिल की।