Edited By Updated: 23 Nov, 2016 04:58 PM
दुनिया भर के वैज्ञानिकों की नजरें इन दिनों शिमला के आसमान पर टिकी हुई हैं।
शिमला: दुनिया भर के वैज्ञानिकों की नजरें इन दिनों शिमला के आसमान पर टिकी हुई हैं। बताया जा रहा है कि यहां एक खास चीज चक्कर काट रही है जिस पर बड़े-बड़े देशों के वैज्ञानिकों की नजरें टिक गई हैं।
आइए जानिए कैसी है ये चीज
चमकदार हवाई जहाज की तरह नजर आ रही इस चीज को लोग अपनी आंखों से भी देख सकते हैं। नासा ने इसको देखने के लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया है। ऐसे में इन दिनों आपको अगर सुबह-शाम शिमला के आसमान में कोई चमकती हुई वस्तु नजर आती है तो हैरान होने वाली बात नहीं है। राजधानी शिमला के आकाश में खगोल वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी अंतरिक्ष प्रयोगशाला इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) चक्कर काट रहा है। इसमें पांच वैज्ञानिक महीनों रह रहे हैं और अंतरिक्ष पर तमाम तरह के रोचक रिसर्च कर रहे हैं। यह स्टेशन चमकदार हवाई जहाज की तरह नजर आ रहा है। इसे लोग सुबह-शाम देख सकते हैं। शिमला से बुधवार को सुबह 4.40 और 6.12 बजे एक और 4 मिनट के लिए 2 बार देखा जा सकता है। इसे बिना किसी दूरबीन या एक्सरे फिल्म के नंगी आंखों से देख सकते हैं। बता दें कि ये इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन 30 नवंबर तक देखा जा सकता है। इसे अमेरिका, रूस समेत 15 देशों की कई बड़ी स्पेस एजेंसियों ने मिलकर तैयार किया है।
इसकी सूचना दुनिया की बहुचर्चित अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपनी वेबसाइट पर शेयर की है। ये लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर पृथ्वी का चक्कर काट रहा है। 90 मिनट के भीतर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। यानी 28000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ये परिक्रमा कर रहा है। नासा की वेबसाइट के मुताबिक आईएसएस को केवल सूर्योदय के कुछ समय पहले या सूर्यास्त के समय देखा जा सकता है। वहीं भारतीय मूल की अमरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जुलाई 2012 में दो अन्य सहयोगियों जापान के आकिहिको होशिदे और रूस के यूरी मालेंचेंको के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में गई थीं।