Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Nov, 2017 06:05 PM
देश के सबसे लंबी रेलवे टनल में घोटाले के पर्दाफाश हुआ है। बनिहाल-काजीगुंड रेलवे टनल की देखरेख में हुए इस घोटाले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। इस मामले में 11 सितंबर को सीबीआई ने केस रजिस्टर्ड कर लिया था। आरोप है कि कंपनी ने रेलवे को करोड़ों का...
श्रीनगर: देश के सबसे लंबी रेलवे टनल में घोटाले के पर्दाफाश हुआ है। बनिहाल-काजीगुंड रेलवे टनल की देखरेख में हुए इस घोटाले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। इस मामले में 11 सितंबर को सीबीआई ने केस रजिस्टर्ड कर लिया था। आरोप है कि कंपनी ने रेलवे को करोड़ों का चूना लगाया है। आरोप है कि सवोरीन सिस्टम इंडिया प्राईवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा देश की सबसे लंबी रेलवे टनल के रखरखाव में कर्मचारियों को रखने में हेराफेरी की गई।
कंपनी ने टनल के रखरखाव के लिए केवल तीस ही कर्मचारी तैनात किए हुए थे जबकि कंपनी सरकार से 87 कर्मचारियों की सैलरी वसूल करती रही थी। कंपनी का अनुबंध 2 जुलाई 2015 से 1 जुलाई 2016 तक 5.34 करोड़ में हुआ था, बाद में इसे 14 सितंबर 2017 तक बढ़ा दिया गया था। कंपनी के साथ यह करार 5.76 करोड़ में हुआ। इससे साफ जाहिर है कि उत्तर रेलवे को कंपनी ने करोड़ों का चूना लगाया है।
अब सीबीआई ने इस घपले को लेकर आईपीसी की धारा 120बी और 420 के तहत केस दर्ज किया है। इन पर घपले का आरोप नॉर्दन रेलवे के मंगल सिंह, डिवीजनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, राम लाल डिवीजनल इलेक्ट्रिकल,दीपक सचिन सीनियर सेक्शनल इंजीनियर, अमित रौशन कुजुर सीनियर सेक्शनल इंजीनियर के अलावा सवोरीन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर यालसिन देवेशी व कवि नेहरा कंपनी डायरेक्टर पर घपला किए जाने के आरोप लगे हैं।