Edited By Updated: 17 Jan, 2017 11:49 AM
शिमला के आईजीएमसी में सोमवार को एक हैरत अंगेज मामला सामने आया है। डॉक्टरों ने जिस मरीज को मृत घोषित बताया वह 5 मिनट बाद फिर जिंदा हो गया।
शिमला: शिमला के आईजीएमसी में सोमवार को एक हैरत अंगेज मामला सामने आया है। डॉक्टरों ने जिस मरीज को मृत घोषित बताया वह 5 मिनट बाद फिर जिंदा हो गया। ऐसे में वहां आस-पास सभी लोग यह घटना देख हैरान रह गए। इस घटना के बाद से अस्पताल पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं था यह अफवाह थी।
मृत घोषित किया मरीज हुआ जिंदा
जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह लक्कड़ बाजार से एक वृद्ध को इलाज के लिए आई.जी.एम.सी. लाया गया था, जिसे डॉक्टरों ने किडनी की बीमारी बताई और डायलिसिस के लिए अस्पताल में रिनिवल वार्ड में भेज दिया। डायलिसिस में रहने के कुछ देर बाद मरीज को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और शव को परिजनों को सौंप दिया। बताया जा रहा है कि इस दौरान मरीज के परिजनों ने रिश्तेदारों को भी यह खबर दी और शव को ले जाने की तैयारी करने लगे। इसी बीच मृत उठकर बैठ गया।
फिर से दाखिल कर मरीज का शुरू किया इलाज
वार्ड में मौजूद नर्स ने जब डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित को हिलते हुए देखा तो वह हैरान रह गई। नर्स ने यह जानकारी डॉक्टरों को दी जिसके बाद डॉक्टरों ने मरीज को ठीक बताकर मैडीसिन वार्ड में फिर से दाखिल कर उसका इलाज शुरू कर दिया। मामले पर अस्पताल के एम.एस. डा. रमेश चंद का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं हैं, डॉक्टरों ने मरीज को मृत घोषित नहीं किया था, यह अफवाह फैलाई गई है। मरीज की क्रिटिकल कंडीशन है।